भिलाई। नौकरी लगाने के नाम पर ठगने वालों की कमी नहीं है। आए दिन मामले सामने आते हैं। केस रजिस्टर्ड भी होते हैं। लेकिन लोग अलर्ट नहीं है। भोले-भाले बेरोजगार युवकों को कोई न कोई ठग जा रहा है। ताजा मामला रानीतराई थाना क्षेत्र का है। जहां एक केस रजिस्टर्ड हुआ है।
पुलिस विभाग में आरक्षक पद पर नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। घटना की शिकायत पर पुलिस ने धारा-420 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। रानीतराई पुलिस ने बताया कि ग्राम रेंगाकठेरा रानीतराई निवासी मिथलेश चतुर्वेदी, केवल कुमार बांधे, कुंदन कुमार ने शिकायत की है।
उन्होंने थाने में दिए लिखित शिकायत में कहा है कि, कोंडागांव जिले के फरसगांव वार्ड-2 में रहने वाले दीपेन्द्र कुमार नाग 35 वर्ष ने पुलिस विभाग में आरक्षक पद पर नौकरी लगाने का झांसा दिया। तीनों युवकों से 8 लाख, 5 लाख, 2 लाख कुल 15 लाख रुपए लिए। दीपेंद्र कुमार नाग स्वयं को एसआईबी अधिकारी बताकर कांकेर में पदस्थ होना बताया है।
दीपेंद्र ने पीड़ितों से यह भी महा की वर्ष 2012 में कई लागों की नौकरी लगा चुका है। पीड़ितों को वर्ष 2017 में पुलिस भर्ती निकलने वाली है। उसका पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों से जान पहचान है। तीनों की नौकरी पुलिस विभाग में लग जाने की बात कही थी।
जिसके एवज में युवकों को एडवांस बुकिंग कराने के लिये 3-4 लाख रुपए देने को कहा था। बाकी रकम को रिजल्ट निकलने के बाद देने की डील हुई। तीनों युवकों ने मिलकर 15 लाख रुपए उसे अपनी नौकरी के लिए रुपए दिए थे।
जब पुलिस भर्ती का रिजल्ट आया तीनों का नाम नहीं था। परेशान युवकों ने आरोपी के मोबाइल नंबर पर कॉल कर संपर्क किया था उसका मोबाइल बंद बता रहा था। पीड़ित उसके घर जाकर सपंर्क किया लेकिन रुपए के लिए आरोपी उन्हें लगातार घुमा रहा था। परेशान होकर घटना की शिकायत पुलिस से किया।