रायपुर/भिलाई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य मे पुल पुलियों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और तेजी लाने की बात कही थी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने कई जिलों में नए निर्माण कार्यों की घोषणाएं भी की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार पुल निर्माण के लिए जगदलपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में 10 कार्यों की स्वीकृति दे दी गई है। इसके साथ ही दस कार्यों का प्राक्कलन भी भेज दिया गया है। ये बातें लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में कहीं।
समीक्षा बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मंत्री साहू को जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में 10 करोड़ रूपए से अधिक लागत के कुल 39 पुलों के कार्य हेतु जगदलपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर एवं कांकेर में 927.27 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है जिसमें से 602 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके हैं। विभागीय अधिकारियों ने ये जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना अंतर्गत 495 करोड़ की लागत के कुल 4132 कार्य स्वीकृत हैं, जिसमें से 2245 कार्य पूर्ण, 870 कार्य प्रगतिरत हैं एवं 973 कार्य निविदा स्तर पर है। इसके साथ ही ए.डी.बी. प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 24 कार्य प्रगतिरत है।
समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकिरयों ने लोक निर्माण मंत्री को ये जानकारी दी है कि आर.पी.सी.एल.डब्ल्यू.ई. योजनांतर्गत 3535 करोड़ की लागत के कुल 310 स्वीकृत कार्य में से अब तक 161 मार्ग पूर्ण, 07 पुल निर्माण पूर्ण, 139 कार्य प्रगति पर एवं 03 कार्यों की पुनर्निविदा की गई है।
समीक्षा बैठक में ये जानकारी दी गई है कि आयोजनोत्तर मद में 452 करोड़ की लागत के कुल 1050 स्वीकृत कार्य में से अब तक 827 कार्य पूर्ण, 176 कार्य प्रगति पर एवं 47 कार्य निविदा स्तर पर हैं। लोक निर्माण विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू के द्वारा ली जा रही समीक्षा बैठक में ये बात भी सामने आई है कि जर्जर सड़कों, भवनों, पुल-पुलियों के मरम्मत एवं संधारण के कार्य जारी है तथा समय-समय पर संबंधित अधिकारियों द्वारा इनका निरीक्षण भी किया जा रहा है।
बैठक में जानकारी दी गई है कि ई-श्रेणी पंजीयन अंतर्गत लगभग 06 हजार युवाओं का पंजीयन हुआ है, जिन्हें लगभग 300 करोड़ के कार्य स्वीकृत किये गये हैं और अनुबंध के प्रावधान अनुसार लगभग 3500 इंजीनियरों को नियोजित किया गया है। लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, संसदीय सचिव चिंतामणि सिंह, सीजीआरडीसी के प्रबंध संचालक सारांश मित्तर, लोक निर्माण विभाग के ईएनसी बीके भदपहरी समेत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ में पर्यटन की अपार संभावनाएं, लगातार किया जा रहा है विकास कार्यः पर्यटन मंत्री
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राम वनगमन पथ का हो रहा है विकासः ताम्रध्वज साहू
पर्यटन विभाग के मोटल्स को 30 वर्षों की लीज पर देने पर्यटकों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएँ
धर्मस्व, धार्मिक न्यास एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में शामिल हुए गृहमंत्री
छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पथ के चिन्हित 09 स्थानों के विकास कार्यों के लिए 137.45 करोड़ रूपए की कार्ययोजना बनाई गई है, जिसमें चंदखुरी एवं शिवरीनारायण में कार्यपूर्ण हो चुका है। शीघ्र ही राजिम और सीतामणी हरचौका का लोकार्पण किया जाएगा। इन स्थलों पर विकास कार्य अंतिम चरण पर हैं। इसके साथ ही प्रशाद योजना के अंतर्गत 43.33 करोड़ रूपए लागत से माँ बम्लेश्वरी मंदिर का विकास एवं डोंगरगढ़ परियोजना के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
धर्मस्व, धार्मिक न्यास एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में विभागों की समीक्षा बैठक ली है । उक्त जानकारी समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारियों ने उपलब्ध कराई है । बैठक में श्री साहू ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि धर्मस्व, धार्मिक न्यास एवं पर्यटन से संबंधित कार्य समय पर पूर्ण होने चाहिए और पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए।
पर्यटन मंत्री साहू ने कहा है कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत् ट्रायबल टूरिज्म सर्किट परियोजना में राशि 94.23 करोड़ रूपए की लागत से 13 डेस्टिनेशन्स को इको पर्यटन एवं एथनिक पर्यटन की थीम पर विकसित किया गया है। इसके साथ ही वाटर टूरिज्म अंतर्गत हसदेव बांगो डेम के सतरेंगा में वाटर स्पोर्ट्स पर आधारित पर्यटन केन्द्र का विकास किया गया है। इसके लिए नए वाटर क्रुस एवं बोट की खरीदी की जा रही है, जिससे पर्यटक वाटर स्पोर्ट्स का आनंद उठा सकेंगे।
साहू ने कहा कि दामाखेड़ा में पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण की 22.43 करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की गई है और शीघ्र ही इसका कार्य आदेश जारी किया जाएगा। श्री साहू ने कहा कि प्रदेश में हॉस्पिटेलिटी के क्षेत्र में युवाओं को शिक्षित करने एवं रोजगार के अवसर प्रदाय करने हेतु स्टेट हॉटल मैनेजमेंट संस्थान प्रारंभ किया गया है और छत्तीसगढञ में पर्यटकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की इकाईयों को 30 वर्ष की लीज पर देने हेतु कार्यवाही की जा रही है। अभी तक 26 इकाईयों हेतु निविदा आमंत्रित की गई है।
पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक में कहा है कि चंदखुरी माता कौशल्या मंदिर के लिए लगभग 35 करोड़ की लागत से विकास कार्य किये गये हैं तथा आने वाले समय में उसके आस-पास 05 एकड़ जमीन लेकर उसे यूनिफार्मली डेवलप किया जाएगा, जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा एवं व्यापार करने हेतु सहायता प्राप्त होगी।
श्री साहू ने धर्मस्व विभाग के सचिव को निर्देशित किया है कि पटवारी एवं ग्राम सचिवों के माध्यम से उनके क्षेत्रों के मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों की जानकारी मंगवा ली जाए, जिससे मंदिर जीर्णोद्धार के कार्यों में तेजी लाया जा सके। समीक्षा बैठक में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, संसदीय सचिव चिंतामणि सिंह, पर्यटन विभाग के सचिव अनबलगन पी के साथ विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।