नई दिल्ली/रायपुर। हर एक देशवासी के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना और राष्ट्राभिमान पैदा हो इसके लिए केंद्र सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव साल में पूरे देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। ये अभियान 11 से 17 अगस्त तक पूरे देश में चलेगा।
आगामी 15 अगस्त को देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा जिसको देखते हुए भारत सरकार ने ये फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद की दो दिवसीय भाजपा की कार्यकारिणी में भी तिरंगा यात्रा का जिक्र किया था और अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी ये अपील की थी कि वो लोगों को जागरूक करें और इस अभियान को सफल बनाएं।
केंद्र सरकार का संस्कृति मंत्रालय इस कार्यक्रम को संचालित कर रहा है। संस्कृति विभाग के अधिकारियों का मानना है कि यह अभियान तिरंगे की आन, बान शान को समर्पित है, हर घर तिरंगा अभियान के जरिए हर एक व्यक्ति को अपने जज्बे को जाहिर करने का मौका मिलेगा। सरकार का मानना है कि तिरंगे के साथ आम आदमी का कोई सीधा या व्यक्तिगत जुड़ाव नहीं रहता, ये हमेशा ही संस्थागत या औपचारिक ही रहता है। स्कूलों, कालेजों, सरकारी दफ्तरों में तो लोग तिरंगे के साथ जुड़े रहते हैं मगर आम आदमी को ये मौका बहुत कम मिल पाता है।
छत्तीसगढ़ में भी स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान मनाए जाने वाले हर झंडा कार्यक्रम के लिए संस्कृति सचिव अंबलगन पी. ने कलेक्टरों को पत्र लिख 14 सूत्रीय निर्देश दिए हैं। अंबलगन ने कहा कि वे इस अभियान की सतत निगरानी करें।
पढ़िए क्या है निर्देश…
नरेंद्र मोदी करेंगे इस अभियान की शुरुआत
130 करोड़ की आबादी में हर व्यक्ति को जागरूक कर पाना मुश्किल कार्य है इसलिए सरकार इसमें स्वयं सहायता समूहों, कारपोरेट व निजी संस्थानों से मदद लेकर इस योजना को साकार रूप देना चाहती है। इस अभियान की शुरुआत इसी महीने से हो जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
हर राज्य के खादी विभाग, हैंडलूम विभाग और कारपोरेट जगत के सीएसआर फंड की मदद से सरकार की कोशिश है कि हर घर तक तिरंगा पहुंचे और साथ ही लोगों को ये पता हो कि तिरंगे का कितना महत्व है। एक आजाद देश के लिए इसकी शान के लिए जाने कितने लोगों ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जान कुर्बान कर दी।
75 लाख तिरंगे बना रहा है खादी विभाग
यूपी सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग में अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल का कहना है कि खादी विभाग फिलहाल 75 लाख तिरंगा झंडे बना रहा है। हालांकि जुलाई में ही इस अभियान की शुरुआत हो जाएगी। कई कॉरपोरेट घरानों से भी बात की जा रही है कि वो अपने सीएसआर फंड के जरिए सरकार की इस वैभवशाली योजना को आम जनमानस तक पहुंचाने में आगे आएं। विदेशी धरती पर ये तिरंगा ही हमारी पहचान होता है इसलिए हम सभी को आगे बढ़कर इस अभियान में हिस्सा लेना चाहिए।
आपको बता दें कि 2004 से पहले सिर्फ सरकारी दफ्तरों और शैक्षणिक संस्थानों पर ही झंडा फहराया जा सकता था। मगर सु्प्रीम कोर्ट में भारत सरकार बनाम ओपी जिंदल के केस में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये आदेश दिया कि हर भारतीय नागरिक को तिरंगा फहराने का हक़ है।
जानिए कौन लगा सकता है अपनी गाड़ी पर झंडा
हालांकि कार पर झंडा लगाने के लिए भारतीय झंडा संहिता का पालन अभी भी करना पड़ता है। आम आदमी अपनी कार के आगे झंडा नहीं लगा सकता। भारतीय झंडा संहिता के अनुसार राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, उप-राज्यपाल, प्रधानमंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र और राज्यों के सभी मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, विदेशों में स्थित भारतीय दूतावास, विधानसभाओं के अध्यक्ष, भारत के चीफ जस्टिस और हाईकोर्ट के जस्टिस अपनी गाड़ियों में झंडा लगा कर चल सकते हैं।
आपको बता दें कि भारत के नाम सबसे ज्यादा राष्ट्रीय ध्वज एक साथ लहराने का रिकॉर्ड भी वर्ल्ड गिनीज बुक में दर्ज है। इसी साल 23 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के भोजपुर में एक कार्यक्रम के दौरान एक साथ 78,220 झंडे लहराने वाले कार्यक्रम में शामिल हुए थे जिसे वर्ल्ड गिनीज बुक में शामिल किया गया।