जिला अस्पताल में अब हाईटेक सुविधा : हमर लैब में निःशुल्क होंगी सैकड़ों जांच, इसकी तैयारी अंतिम चरण में, कलेक्टर डॉ. भुरे ने जल्द पूरा करने दिए निर्देश, कोविड की आरटीपीसीआर टेस्ट भी होगी यहां

भिलाई। जिला अस्पताल के हाईटेक होने से मरोजों का उपचार पहले और भी सस्ता ही जाएगा। वहीं गरीब व मध्यम वर्ग के मरीजों को महंगी अस्पतालों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। इन दिनों जिला अस्पताल में हमर लैब की तैयारियां भी अंतिम चरण में है। इसके आरंभ होने से 114 प्रकार की जांच एक ही कैंपस में निःशुल्क हो सकेंगी। इसके साथ ही आरटीपीसीआर लैब भी जल्द ही आरंभ हो जाएगा। इसके कारण अब सैंपल एम्स भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज जिला अस्पताल में इनकी तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने शीघ्रता से इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा कर एप्रेटस लगाने के निर्देश दिए। आरटीपीसीआर लैब का काम लगभग पूर्णता की ओर है और कुछ ही दिनों में इसे चालू कर दिया जाएगा। कलेक्टर डॉ. भूरे ने कहा कि हमारी प्राथमिकता हमर लैब को शीघ्रता से आरंभ करने की होगी।

इसके लिए युद्धस्तर पर तैयारी करें। हमर लैब के प्रारंभ होने से मरीजों को निःशुल्क जाँच सुविधा तो मिलेंगी, साथ ही कैंपस के डाक्टरों के लिए भी सुविधा भी बढ़ जाएगी। वही रिपोर्ट भी समय पर मिल सकेगी। उल्लेखनीय है कि वायरोलाजी लैब आरंभ होने से कोविड के आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा मिल सकेगी। जरूरत पड़ने पर इसे ही अपग्रेड कर अन्य वायरस आधारित अन्य बीमारियों को डिटेक्ट भी किया जा सकेगा।

डॉ. भुरे ने जिला अस्पताल में चल रहे रिनोवेशन कार्य को देखा। उन्होंने कहा कि रिनोवेशन के काम में यह देखें कि बिल्डिंग की आपसी कनेक्टिविटी अच्छी रहे ताकि एक विंग से दूसरे विंग तक जाना अधिक सुविधापूर्ण हो। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से जरूरी काम और मरीजों की सुविधाओं के लिए सामग्री लगनी है और यदि इसमें तत्काल क्रय करने की जरूरत है तो इसे जीवनदीप समिति के माध्यम से खरीदी कराएं।

उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल को अपग्रेड कर यहां सर्वाेच्च स्तर की सुविधाएं देना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है और इसके मुताबिक कार्य करें। उन्होंने एमसीएच बिल्डिंग में मरीजों के परिजनों की सुविधा को देखते हुए बाहर में शेड निर्माण के निर्देश भी दिए। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों को तय समयावधि में और गुणवत्तापूर्वक पूरा करने का निर्देश दिया।

कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य सबसे जरूरी प्राथमिकता है। जीवनदीप समिति के अलावा डीएमएफ के माध्यम से भी किसी जरूरी कार्य के लिए राशि लगानी है तो इस संबंध में प्रस्ताव भेजें। इस दौरान अपर कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना और सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर भी मौजूद थे। अपर कलेक्टर ने इस दौरान विभिन्न विंग में चल रहे निर्माण कार्याैं की प्रगति से अवगत कराया और इनके पूरा होने की संभावित तिथि के बारे में भी जानकारी दी। सीएमएचओ से अधोसंरचना के साथ आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण की उपलब्धता के संबंध में तकनीकी पक्ष की जानकारी ली।

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