लखनऊ। कोरोना महामारी के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव का कोरोना डेस्क की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे है। सोमवार को देर शाम उनके भाई अंकुर अग्रवाल सहरानपुर के सरसावा थानाक्षेत्र के पिलखनी स्थित उनकी फैक्ट्री के पास उनका शव बरामद हुआ। उनके शव के पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई। उनके शरीर पर गोली लगी हुई थी। पुलिस के अनुसार अंकुर अग्रवाल ने पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस के अनुसार लव अग्रवाल के भाई अंकुर अग्रवाल सोमवार को सुबह 11 बजे फैक्ट्री के लिए निकले थे लेकिन उसके बाद उनका पता नहीं चल रहा था। परिवार द्वारा सूचना दिए जाने के बाद पुलिस सर्विलांस के जरिए उनको तलाश रही थी देर शाम मृतक के स्वजन ने पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद पंचनामा भरने के बाद अंकुर अग्रवाल का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गयाफ
बता दें लव कुमार के भाई अंकुर कुमार सदर बाजार थानाक्षेत्र के मोहल्ला ग्रीन पार्क में रहते थे और उनके पिता केजी अग्रवाल शहर के प्रसिद्ध चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। उनके एक बेटे लव कुमार आंध्र प्रदेश कैडर के आईएएस हैं। अंकुर अग्रवाल की पिलखनी में प्रथम मेटल इंडस्ट्रीज नाम से फैक्ट्री है उनकी इस फैक्ट्री में बैट्री में पडऩे वाले लेड का निर्माण होता है।
पुलिस ने बताया 18 जनवरी को सुबह लव कुमार के 45 वर्षीय अंकुर अग्रवाल अपने घर से निकले जिसके बाद उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। पुलिस को उनके परिवार द्वारा सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस को उनके फोन की आखिरी लोकेशन पिलखनी की मिली लेकिन सही लोकेशन नहीं मिलने के कारण वो बहुत देर तक नहीं मिले। सोमवार की शाम एक ग्रामीण को अंकुर अग्रवाल का शव खेत में पड़ा मिला उसने फैक्ट्री कर्मचारियों को दी। पुलिस वहां पहुंची तो पाया कि अंकुर अ्ग्रवाल को कनपटी पर गोली लगी थी और उनके शव के पास ही उनकी लाइसेंसी बंदूक पड़ी थी। पुलिस को अंकुर का मोबाइल नहीं मिला है पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार ये आत्महत्या का केस है।