छत्तीसगढ़ के इस जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था में सामने आई लापरवाही, बच्ची की पीड़ा ने उठाए सवाल! 4 साल की मासूम से दुष्कर्म के मामले में बच्ची के इलाज में बरती गई लापरवाही… दोबारा होगी सोनोग्राफी, हेल्थ मिनिस्टर के निर्देश पर हायर सेंटर रेफर

रायपुर, धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में दुर्भाग्यवश, दुुराचार पीड़िता चार साल की मासूम बच्ची के इलाज में 22 दिन तक गंभीर लापरवाही बरती गई है। स्वास्थ्य विभाग अब सवालों में है, क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने से पहले सिफारिश पत्र की मांग की गई। मां की चिंता और डॉक्टरों के प्रति अविश्वास के चलते उन्होंने अपनी बच्ची की सोनोग्राफी कराने की मांग की है। शुक्रवार देर शाम 8 बजे स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर बच्ची को रायपुर के हायर सेंटर में बेहतर उपचार के लिए भेजा जा रहा है। 9 अक्टूबर को बच्ची दर्द से तड़पती रही, लेकिन उसके इलाज में कोई तत्परता नहीं दिखाई गई।

जिला अस्पताल में शुक्रवार को सीएमएचओ डॉ. यूएल कौशिक ने परिजनों से बात की और उन्होंने स्वीकार किया कि इलाज में लापरवाही हुई है। उन्होंने बच्ची के बेहतर इलाज के लिए चार विशेषज्ञ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई। लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ जांच के लिए तीन सदस्यों की एक टीम भी बनाई गई है। कलेक्टर नम्रता गांधी ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने पीड़ित परिवार से चर्चा के लिए एक सात सदस्यीय टीम बनाई है। उन्होंने भी कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, भाजपा प्रदेश महामंत्री रामू रोहरा भी अस्पताल जाकर परिजनों से मिले।

सीएमएचओ ने बताया कि बच्ची की सभी रिपोर्ट सामान्य हैं, लेकिन टांके के कारण दर्द हो रहा है। परिजनों का आरोप है कि भर्ती करने में डॉक्टरों ने सहयोग नहीं किया और वे भटकते रहे। बच्ची की मां ने फिर से सोनोग्राफी की मांग की है, और अब उसे रायपुर रेफर किया गया है। इस घटना ने न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि समाज में भी संवेदनशीलता की कमी को उजागर किया है। अब देखना होगा कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों और डॉक्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।

Exit mobile version