दुबई जाने की तैयारी में है दिलीप चंद्राकर…महीनेभर पहले किया है पासपोर्ट के लिए आवेदन, कैंप के क्वार्टर में निवास, लेकिन गोल्ड की मोटी चेन पहनना है शौक

यशवंत साहू@भिलाई। ऑनलाइन सट्‌टा एप महादेव बुक में दुर्ग पुलिस रोज कोई न कोई खुलासा कर रही है। आज एक बड़ा खुलासा महादेव बुक के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को लेकर पुलिस ने की है। सौरभ चंद्राकर से डायरेक्ट लिंक रखने वाला बड़ा गुर्गा धरा गया है। नाम है नसीमुद्दीन। कैंप इलाके में रहता है।

आरजू मेडिकल स्टोर्स के नाम पर संचालित है मेडिकल स्टोर। अब नसीमुद्दीन ने जो खुलासा किया है वो चौंकाने वाला है। अब तक दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर के परिजनों की संलिप्तता की बातें सामने नहीं आई थी लेकिन आज नसीम ने जो खुलासा किया है उसमें सीधा-सीधा सौरभ के परिजनों का इन्वॉल्वमेंट नजर आ रहा है।

नसीम ने बताया है कि सौरभ चंद्राकर के चाचा दिलीप चंद्राकर जो नगर निगम भिलाई में पंप सहायक है। वह पैनल बेचता है। उसी के माध्यम से सौरभ चंद्राकर भिलाई में रहने वाले लड़कों को पैनल देता है। इसके बदले में लाखों रुपए वसूल करता था। नसीम ने यह भी बताया कि सौरभ से मिलवाने वाला भी दिलीप है। फिलहाल दिलीप सस्पेंड है। निगम आयुक्त ने सस्पेंड किया है। दिलीप पर आरोप है कि वह निगम के पार्षदों के साथ बदतमीजी से पेश आया। जिसकी सजा उसे मिल रही है।

भिलाई TiMES ने दिलीप से जुड़े लोगों से बातचीत की। पता चला है कि वह दुबई जाने की तैयारी में है। इसके लिए दिलीप ने पासपोर्ट के लिए एप्लाई भी कर दिया है। हालांकि, पासपोर्ट की प्रक्रिया में देरी होने की वजह से पासपोर्ट रेडी नहीं है। महीनेभर पहले ही आवेदन किया हुआ है। जरूरी प्रक्रियाओं में पेंच फंस जाने की वजह से पासपोर्ट बन नहीं पाया है।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि गोल्ड की मोटी चेन पहनने का शौक रखने वाले दिलीप खुद कैंप इलाके के एक क्वार्टर में रहता है। दिनचर्या मदर टेरेसा नगर की पानी टंकी में बितती है। बेटा जुनवानी इलाके में बड़े घर पर रहता है। सौरभ चंद्राकर के पास जाने के लिए दिलीप चंद्राकर ने पासपोर्ट के लिए एप्लाई किया है।

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