CM हाउस में जनमाष्टमी की धूम: दिव्यांग बच्चों संग सीएम साय ने की पूजा… नन्हें राधा-कृष्णों की अठखेलियों से गुलजार हुआ मुख्यमंत्री निवास… देखिए तस्वीरें

रायपुर। पूरे देश में आज जनमाष्टमी मनाया जा रहा है। जिसकी धूम पूरी देश में देखी जा सकती है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निवास पर इस बार का कृष्ण जन्मोत्सव एक अनोखे अंदाज में मनाया गया। दिव्यांग बच्चों ने जब राधा और कृष्ण के वेश में प्रवेश किया, तो पूरा माहौल वृंदावन में बदल गया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ मिलकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की और इस पावन पर्व को उनके साथ साझा कर इसे और भी खास बना दिया।

कृष्ण लीलाओं का जीवंत प्रदर्शन
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने श्रीकृष्ण की विभिन्न झांकियों और लीलाओं का जीवंत प्रदर्शन किया, जिससे समूचा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर गया। बच्चों के इस प्रयास को मुख्यमंत्री ने सराहा और उनकी प्रतिभा की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण को पालना में झुलाया

कृष्ण जन्मोत्सव की इस भव्यता के बीच, सबसे खास और भावनात्मक क्षण वह था जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप को पालना में झुलाया। पालने में झूलते नन्हे श्रीकृष्ण को देख कर उपस्थित सभी लोग भावविभोर हो गए। इस पवित्र अवसर पर मुख्यमंत्री ने भगवान से प्रदेश की समृद्धि और सुख-शांति की कामना की। उनका यह भावनात्मक जुड़ाव और श्रद्धा ने इस आयोजन को और भी पावन बना दिया।

मुख्यमंत्री का भावुक संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा, “इन बच्चों के साथ इस पावन पर्व को मनाना मेरे लिए अत्यंत सुखद और गर्व का विषय है। ये बच्चे हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और उनकी भलाई के लिए हमारी सरकार सदैव प्रतिबद्ध है।”

उपहार और मिठाई का वितरण
मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बच्चों को उपहार और मिठाई भी भेंट की, जिससे उनकी खुशी दोगुनी हो गई। उन्होंने कहा कि कृष्ण जन्माष्टमी हमें प्रेम, करुणा और समानता का संदेश देती है, जिसे हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।

भोग प्रसाद और समापन
कार्यक्रम का समापन भोग प्रसाद के साथ हुआ, जहां मुख्यमंत्री और बच्चों ने एक साथ प्रसाद का आनंद लिया। इस यादगार अवसर ने बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी और सभी उपस्थित लोगों के लिए यह क्षण एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।

समावेशिता और स्नेह का संदेश
मुख्यमंत्री साय ने इस आयोजन के माध्यम से समाज में समावेशिता और स्नेह के संदेश को और मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हमें यह सिखाते हैं कि हम सभी एक दूसरे के साथ प्रेम और सद्भाव से रहें।

समाज के लिए प्रेरणा
दिव्यांग बच्चों के कार्यक्रम ने समाज को एक नई दिशा और प्रेरणा दी है। यह आयोजन यह बताता है कि अगर हम एकजुट होकर काम करें, तो हम समाज में समावेशिता, समानता और स्नेह के मूल्यों को और भी सुदृढ़ कर सकते हैं। इस आयोजन के माध्यम से मुख्यमंत्री ने एक बार फिर यह साबित किया कि उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ समावेशिता और सामाजिक न्याय की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

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