जशपुर पुलिस का सबसे बड़ा एक्शन: गांजा तस्करी से कमाई गई करोड़ों की संपत्ति की फ्रीज… SAFEMA कोर्ट से मिली मंजूरी

जशपुर। जशपुर जिले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई हुई है, जिसमें पुलिस ने कुख्यात गांजा तस्कर हीराधर यादव की अवैध कमाई को सुरक्षित कर लिया है। इस कार्रवाई में जशपुर पुलिस ने सफेमा (SAFEMA) कोर्ट मुंबई के माध्यम से तस्कर की करोड़ों की संपत्ति फ्रीज करवाई है। यह पहली बार है जब सरगुजा रेंज में SAFEMA के तहत ऐसा कदम उठाया गया है।

गांजा तस्करी में संलिप्त हीराधर यादव
हीराधर यादव, जो ओडिशा से गांजा लाकर छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में तस्करी करता था, को पुलिस ने कई बार गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी पर 27 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ था। वह लंबे समय से इस अवैध धंधे में शामिल था और इस पर जशपुर जिले के अलावा सीतापुर जिले में भी दो मामले दर्ज हैं।

संपत्ति का सनपहरण
पुलिस द्वारा किए गए आर्थिक अन्वेषण में यह खुलासा हुआ कि हीराधर यादव ने अपनी अवैध तस्करी से लगभग 1.38 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की थी। इसमें एक 2 मंजिला मकान (कीमत ₹1,01,47,134) और 5 वाहन (कीमत ₹37,35,000) शामिल हैं।

सफेमा (SAFEMA) कोर्ट से मंजूरी
पुलिस द्वारा प्रस्तुत सबूतों के आधार पर सफेमा कोर्ट ने इन संपत्तियों को फ्रीज करने का आदेश दिया। इस कार्यवाही में जशपुर पुलिस द्वारा किए गए आर्थिक अन्वेषण को मंजूरी मिली और इस प्रकार जशपुर जिले में पहली बार SAFEMA के तहत यह कार्रवाई की गई।

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज, अंकित गर्ग और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल ने इस संपत्ति की जांच की और सफेमा मुंबई कोर्ट में इसे पेश किया, जिससे यह कार्यवाही संभव हो पाई।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कार्यवाही है, और भविष्य में जिले में अवैध नशा तस्करी के आरोपियों के खिलाफ इस तरह की कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम दिखाता है कि पुलिस प्रशासन अब अवैध तस्करी और नशा तस्करों के खिलाफ सख्ती से कार्य कर रहा है, जिससे तस्करों की अवैध संपत्ति पर कड़ा शिकंजा कसने में मदद मिल रही है।

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