दुर्ग के बदमाश संजय बिहारी को किया गया जिला बदर: SP के रिकमेन्डेशन पर कलेक्टर ने जारी किया आदेश… अकेले मोहन नगर थाने में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज

दुर्ग। दुर्ग के पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्र शुक्ल के अनुशंसा पर जिला कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने बदमाश संजय सिंह राजपूत उर्फ संजय बिहारी को एक साल के लिए जिला बदर कर दिया है। मोहन नगर थाना क्षेत्र में 40 वर्षीय संजय सिंह राजपूत के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत 13 मामले दर्ज हैं, जिसमें डकैती, अवैध वसूली जैसे कई संगीन अपराध शामिल है। बताया जाता है कि, इसने सन 1994 से अपराध की दुनिया में कदम रखा। हथियार के बल पर लोगों को डराना, उनसे वसूली करना और मारपीट कर जान से मारने की धमकी देना इसका पेशा बन गया। पुलिस ने जितनी बार इसके खिलाफ कार्रवाई की, इसके अपराध बढ़ते गए। इसके बाद संजय बिहारी ने अवैध शराब बिक्री के धंधे में कदम रखा।

जिला कलेक्टर ने 29 अप्रैल मंगलवार को छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 3 और 5 के तहत निर्देश को जारी किया गया है। जारी आदेश के अनुसार, दुर्ग और सीमावर्ती जिले रायपुर, बेमेतरा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव, बालोद और धमतरी जिले में बदमाश संजय कदम नहीं रख पाएगा। अगर उसने ऐसा किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके साथ ही उसे आदेश जारी होने के 7 दिनों के भीतर जिला छोड़ने कहा गया है।

दुर्ग पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बदमाश को लगातार समझाइश देने के बाद भी उसके आचरण में सुधार नहीं हुआ। वह न्यायालय के आदेशों का भी पालन नहीं कर रहा है और न किसी सूचना पत्र का जवाब दे रहा है। इसलिए, उसके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जा रही है और उसे जिलाबदर किया गया है। दुर्ग जिला दण्डाधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी, शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से संजय सिंह राजपूत के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, “संजय बिहारी पहले छत्तीसगढ़ में शराब का ठेका लेता था। जब राज्य में शराब का ठेका बंद हुआ, तो संजय बिहारी ने शराब को वापस ना करके उसे उतई थाना अंतर्गत मानिकचौरी गांव में छिपाकर रख दिया। उसने यहां गिट्टी खदान में एक बंकर बनाया था और उसके अंदर 40 लाख 81 हजार रुपए कीमत की 694 पेटी शराब छिपाकर रखी थी। वह उस शराब की अवैध बिक्री करना चाहता था, लेकिन मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर उसे जब्त कर लिया था। 9 अप्रैल 2017 को बंकर से लगभग 41 लाख की शराब जब्त होने के बाद संजय बिहारी फरार हो गया था। पुलिस जब उसे पकड़ नहीं पाई, तो उस पर 30 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। इस दौरान वो मध्य प्रदेश में शराब के कारोबार में अपने पैर जमा रहा था। दुर्ग पुलिस ने उसे विदिशा मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था। संजय बिहारी के साथ विनोद बिहारी भी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहता है। बताया जा रहा है कि उसके खिलाफ भी जिला बदर की कार्रवाई हो सकती है।”

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