संयुक्त यूनियन ने सांसद विजय बघेल पर लगाया आरोप: BSP वर्कर्स यूनियन ने किया पलटवार… अध्यक्ष दत्ता बोले- “संयुक्त यूनियन के पास न तो नीति है और न ही नियत”

भिलाई। संयुक्त यूनियन द्वारा सांसद विजय बघेल पर लगाए जा रहे है आरोपों पर बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दरहसल संयुक्त यूनियन ने सांसद और लोकसभा प्रत्याशी विजय बघेल पर श्रमिको के लिए कुछ कार्य नहीं करने का आरोप लगाया है। यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि संयुक्त यूनियन के पास ना तो नीति है, ना नियत है, केवल और केवल मोदी, विजय बघेल और भाजपा का विरोध करना है। श्रमिक हितों से इनका दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। अपनी सारी सफलता को ढकने के लिए अपनी दुकानदारी चलाने के लिए ही इस तरह की अनर्गल बयान बाजी और प्रलाप कर रहे हैं। यह वही संयुक्त यूनियन हैं जिनमे से एक ने अपनी कार्यकाल के आखिरी दिन, प्रबंधन की गोद में बैठकर श्रमिक विरोधी प्रमोशन पॉलिसी पर हस्ताक्षर किया था। इन्होंने ही हस्ताक्षर कर सेल कर्मचारियों का 2014 से ग्रेच्युटी को सीलिंग करवाया था इनके चलते आज नए कर्मचारी पूर्ण ग्रेच्युटी लाभ पाने से वंचित हो गए।

दत्ता ने कहा कि, “इन्ही एनजेसीएस यूनियन ने ही बीएसपी कर्मी के पीएफ राशि को निजी ट्रस्ट में भेजा तथा उसी ट्रस्ट के नियम के कारण आज कर्मियों को नई पेंशन योजना का लाभ कर्मियों को नहीं मिल पा रहा है। आज भाजपा सरकार के कारण ही ठेका श्रमिकों को उनके पी एफ राशि का ऑनलाइन हुआ है। जिस कारण उन्हें अब बिना किसी दलाली के अपना पी एफ राशि कभी भी मिल जाती है। पी एफ खाते में पूरा पैसा आ जाता है। आनन फानन में प्रबंधन से मिली भागत कर इन्ही सयुक्त यूनियन के आकाओ ने आधे अधूरे वेतन समझौते पर दस्तखत किया और कर्मियों के साथ धोखा किया। इनके तो प्रदर्शन भी सिलेक्टिव होते हैं। यह उन मुद्दों पर जिनका दूर-दूर तक भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों से कोई लेना देना नहीं होता है झंडा, बैनर , पोस्टर लेकर हर चौक चौराहे पर नजर आ जाते हैं। एनजेसीएस की बैठक में प्रबंधन की हां में हां मिलाकर, TA ,DA लेकर प्रबंधन जहां-जहां दस्तखत करने कहता है ,आंख मूंद कर सारे श्रमिक विरोधी फैसले पर ये सभी दस्तखत कर देते हैं, चाहे वह बायोमेट्रिक लगाने की बात हो, गलत बोनस के फार्मूले की बात हो ,श्रमिकों के अनैतिक ट्रांसफर पर अपनी मूक सहमती देने की बात हो,श्रमिक विरोधी कोई भी फैसला हो , चुपचाप दस्तखत कर देते हैं, और यहां आकर लकीर और छाती दोनों पीटने का काम करते हैं।”

दत्ता ने आगे कहा कि, “जिनकी मीटिंग तक बुलाने की हैसियत नहीं, एरियर पर बात करने की हिम्मत नहीं एक तरफा बोनस देने पर विरोध तक नहीं कर सके , किसी भी ठेका श्रमिकों को उनका वाजिब हक ना दिला सके , लोकल एग्रीमेंट नहीं कर सके, पदनाम के मुद्दे को हल नही कर सके, प्रबंधन से साठ गाठ कर अपनी दुकानदारी चलाने वाले आज अपनी नाकामी और असफलता को छुपाने के लिए मोदी जी और सांसद विजय बघेल पर ऐसा अनर्गल प्रलाप और बयान बाजी कर रहे हैं , पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारी और भिलाई वासी सभी जागरूक है , पढ़े लिखे हैं , सही गलत का फर्क समझते हैं, इनके रोना रोने से कुछ नहीं होने वाला 4 जून को सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और आप देखेंगे विजय बघेल पहले से भी ज्यादा मतों से अपनी जीत हासिल करेंगे और केंद्र में 400 से ज्यादा सीट लाकर फिर से मोदी सरकार बनेगी। दुर्गा के सांसद विजय बघेल ने हमेशा बीएसपी कर्मचारी और यहां के ठेका श्रमिको की समस्याओं को के लिए आवाज उठाई है और उन्होंने बीएसपी प्रबंधन के साथ-साथ लोकसभा में भी भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों की समस्या को उठाया है और उन्हीं के प्रयास से ही बीएसपी के कर्मचारियों और यहां के ठेका श्रमिको के कई समस्याओं का समाधान हुआ हैऔर आगे भी होगा।”

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