नाबालिग लड़की की किडनैपिंग, पुलिस ने FIR के 1 घंटे के अंदर किशोरी को किडनैपर के चंगुल से छुड़ाया… चलती ट्रैन से आरोपी को जशपुर पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में पकड़ा

जशपुर। जशपुर पुलिस ने एफआईआर के एक घंटे के अंदर एक नाबालिक लड़की को अपहरणकर्ता के चंगुल से मुक्त करा लिया। यह मामला थाना सिटी कोतवाली जशपुर क्षेत्र का है, जहां एक आरोपी ने नाबालिक लड़की को शादी का झांसा देकर दिल्ली ले जाने की कोशिश की। आरोपी को उशलापुर में एक चलती ट्रेन से गिरफ्तार किया गया। 17 दिसंबर 2024 को थाना सिटी कोतवाली में एक प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह जिला सक्ती का निवासी है और जशपुर के एक ईंट भट्ठे में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मजदूरी करता है। 15 दिसंबर 2024 की रात, जब वह और उसका परिवार सो रहे थे, उसकी छोटी बेटी ने देखा कि बड़ी बहन बिस्तर में नहीं है। प्रार्थी ने अपनी पत्नी और अन्य मजदूरों के साथ खोजबीन की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। फिर प्रार्थी को शक हुआ कि उसकी नाबालिक बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर ले गया है।

इस रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ बीएनएस की धारा 137(2) और 87 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पीड़िता की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की, जो बिलासपुर के उशलापुर में मिली। इसके बाद पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में एक टीम उशलापुर रवाना की गई, और रेलवे पुलिस बिलासपुर से भी लगातार संपर्क किया गया।

जशपुर पुलिस ने उशलापुर पहुंचकर चलती ट्रेन से नाबालिक लड़की को आरोपी रूप कुमार खूंटे के कब्जे से बरामद किया और उसे जशपुर वापस लाया। आरोपी ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर दिल्ली ले जाने की बात कही थी। आरोपी रूप कुमार खूंटे (24 वर्ष), जो कि जिला सक्ती के देवरमाल देवरी का निवासी है, को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 137(2) और 87 के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इस कार्रवाई में DSP अजाक/क्राइम भावेश समरथ, निरीक्षक रवि शंकर तिवारी (प्रभारी सिटी कोतवाली जशपुर), और सहायक उप निरीक्षक दिलबंधन भगत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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