इंस्टाग्राम पर खोजी अपनी हमशक्ल
मल्टीमीडिया डेस्क। जर्मनी के बवेरियन में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर दुनियाभर के लोग हैरान-परेशान हैं. एक लड़की ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपनी एक हमशक्ल की हत्या कर दी. फिलहाल, जर्मन के अधिकारियों का मानना है कि अब उन्होंने पिछले साल अगस्त हुई घटना की तफ्तीश कर ली है. जर्मन डिटेक्टिव ने इस हत्या के केस में नए खुलासे किए. यह घटना अगस्त 2022 की है, जब पूरी मीडिया का ध्यान इस मर्डर पर केंद्रित हुआ. डिटेक्टिव ने बताया कि संदिग्ध ने जानबूझकर अपनी मौत को नकली बनाने के लिए खुद की हमशक्ल वाली एक युवती की तलाश की और उसकी हत्या कर दी.
अपनी हमशक्ल को बुलाकर कर दी हत्या
बवेरियन शहर के इंगोलस्टेड में पुलिस ने एक बयान में कहा कि शाहराबन के नाम की संदिग्ध महिला पारिवारिक कलह के कारण वह छिपना चाहती थी. इन्वेस्टिगेटर्स के अनुसार, मर्डर की लंबी तैयारी पहले से की गई थी; जिसमें लड़की ने कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई हमशक्ल वाली लड़कियों को मैसेज किया था. पुलिस प्रवक्ता एंड्रियास आइचेल ने बताया कि शाहराबन ने कई झूठे बहानों पर उन्हें एक मीटिंग के लिए बुलाया, लेकिन ज्यादातर लोगों ने मना कर दिया. हालांकि वह पिछले साल अगस्त की शुरुआत में ब्यूटीशियन खादिजा एम (Beautician Khadidja M) से इंस्टाग्राम पर मिलीं.
बॉयफ्रेंड संग मिलकर मारे 50 बार चाकू
अधिकारी ने कहा कि खादिजा कॉस्मैटिक से जुड़े ऑफर के झांसे में आ गई थी और 16 अगस्त को ब्यूटीशियन शाहराबान से मिले. पुलिस का दावा है कि इंगोल्स्तद वापस जाते समय लड़की ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ उसे जंगल में ले गए. शाहराबान और उसका कथित बॉयफ्रेंड शकीर ने मिलकर उसे पचास से अधिक बार चाकू मारा. ऐसा माना जाता है कि दोनों ने खून से लथपथ महिला को फिर से शाहराबान की मर्सिडीज में डाल दिया और आखिर में गाड़ी को इंगोल्स्तद के पड़ोस में छोड़ दिया. उसी दिन पुलिस को कार के बारे में सूचित किया गया. महिला को ढूंढ लिया गया और जल्द ही अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर्स उसे बचाने में नाकाम रहे.
म्यूनिख में शाहराबान के माता-पिता अपनी लापता बेटी की तलाश में थे, उन्हें घटनास्थल पर बुलाया गया और गलती से उन्होंने पीड़िता को अपनी बेटी शाहराबान के रूप में पहचान लिया. जर्मन मीडिया का सुझाव है कि खादिजा और शाहराबान के बीच कई समानता थी. यह सच कि लड़की कार में पाई गई थी, लेकिन माता-पिता ने अपनी बेटी की गलत पहचान कर ली. अगले दिन ही गड़बड़ी का पता चला. कुछ ही समय बाद पुलिस ने शाहराबान और शकीर को पकड़ लिया, दोनों तब से पूर्व-परीक्षण हिरासत में हैं. हालांकि, मामले को सुलझाने में पुलिस अधिकारियों को पांच महीने से अधिक लग गए.