नई दिल्ली। कर्नाटक के चिकबलपुर में एक सोमवार- मंगलवार की दरम्यानी रात विस्फोटक में धमाका होने से 6 लोगों की मौत हो गई है और एक व्यक्ति घायल हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है. वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.
हादसे की खबर मिलते ही गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने घटनास्थल का दौरा किया है. यह घटना बड़ी मात्रा में विस्फोटकों के कारण हुई है. उन्होंने चिक्काबल्लापुर में खदान धमाके में छह लोगों की मौत, एक घायल हुआ है. गृह मंत्री ने मौके पर विशेषज्ञों से भी बातचीत कर हादसे के बारे में जानकारी ली है.
The death of 6 people near Hirenagavalli village, Chikkaballapur, due to a gelatin blast is shocking. District incharge minister and senior officials instructed to conduct a thorough probe and take stern action against the culprits: Karnataka CM BS Yediyurappa pic.twitter.com/l28g8jIDYD
— ANI (@ANI) February 23, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर में दुर्घटना के कारण लोगों की जानें जाने से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. प्रार्थना है कि घायल जल्दी ठीक हो जाएं.”
चिकबलपुर ज़िले में जिलेटिन धमाके में हुई 6 लोगों की मौत होने के मामले पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा ज़िला प्रभारी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
कर्नाटक के खनन और भूविज्ञान मंत्री मुरुगेश निरानी ने कहा, चिक्काबल्लापुर में खदान धमाके में छह लोगों की मौत, एक घायल हुआ है. यह घटना बड़ी मात्रा में विस्फोटकों के कारण हुई है. गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने घटनास्थल का दौरा किया है
कर्नाटक के चिकबलपुर में पत्थर की एक खदान में जिलेटिन की छड़ों को हटाते समय विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के गृह निवास शिवमोगा में 22 जनवरी को भी एक ऐसे ही हादसे में छह लोगों की ही मौत हो गई थी.
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि शव बेहद बुरी हालत में थे. पुलिस के अनुसार, घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई.
स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन अवैध रूप से यहां काम जारी था. कुछ दिन पहले यहां छापा भी मारा गया था और ठेकेदार को जिलेटिन का इस्तेमाल ना करने को लेकर चेतावनी दी गई थी. उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह यह हादसा उस समय हुआ, जब ये लोग जिलेटिन की छड़ें हटाने की कोशिश कर रहे थे. इस बीच, सुधाकर ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से विस्फोटक रखने वाले खदानों के मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.