सिलीगुड़ी में बड़ा ट्रेन हादसा, 15 लोगों की मौत और 60 घायल: कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से मालगाड़ी ने मारी जोरदार टक्कर… हवा में लटका कोच; जानिए कैसे हुआ हादसा?

दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार को बड़ा ट्रैन हादसा हो गया है। कोलकाता जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस बंगाल के सिलीगुड़ी में मालगाड़ी से टकरा गई है। आपको बता दें कि, सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी जिले और दार्जीलिंग जिले दोनों में स्थित एक शहर है। इस हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत की खबर है और 60 लोगों के घायल होने की खबर है। मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार सुबह करीब 9 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस के 3 डिब्बे को नुकसान पहुंचा है। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, अब तक 15 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जबकि 60 घायल हैं।

वहीं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हादसे पर दुख जताते हुए X पर पोस्ट किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा ‘दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में एक दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं।” देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी दुःख जताया है। ईस्टर्न रेलवे के CPRO के अनुसार, पैसेंजर ट्रेन के आखिरी में दो पार्सल और एक SLR कोच लगे हुए थे। इसमें कोई पैसेंजर नहीं था। दो लोको पायलट और एक गार्ड समेत कई लोगों की मौत हुई है। ट्रेन के 5 डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं। ट्रेन के फिटनेस टेस्ट के बाद सियालदह रवाना किया जाएगा। सिंगल लाइन पर ट्रेन सविर्स शुरू कर दी गई है।

पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि- हादसे के पीड़ितों को दी जाने वाले अनुग्रह राशि में बढ़ोत्तरी की गई है। इसमें मरने वाले के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5-2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल होने वालों को 50-50 हजार सहायता राशि दी जाएगी। बताया जा रहा है कि, कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से पश्चिम बंगाल के सियालदह जा रही थी। एक्सप्रेस ट्रेन सिलीगुड़ी के रंगापानी स्टेशन के पास रुइधासा में रेड सिग्नल की वजह से रुकी हुई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही मालगाड़ी ने टक्कर मार दी।

आशंका है कि भारी बारिश की वजह से मालगाड़ी का पायलट सिग्नल नहीं देख पाया, जिसके कारण दुर्घटना हुई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक रहा है। अन्य दो डिब्बे बेपटरी हो गए। रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF और SDRF समेत रेलवे और बंगाल के अधिकारी भी लगे हुए हैं। नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के CPRO सब्यसाची दे ने कहा- जिस ट्रैक पर हादसा हुआ है, उसे रात तक चालू कर दिया जाएगा। डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस भी रात में चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दिल्ली से दार्जिलिंग के लिए रवाना हो गए हैं।

रेल हादसे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दुःख जताते हुए कहा कि- “पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में हुए रेल हादसे की दुखद सूचना प्राप्त हुई है। घटना स्थल पर रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तेजी से राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।घटना में दिवंगत हुए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”