अतिरिक्त टैक्स के बोझ में रिसाली के रहवासी: पार्षद मनीष यादव ने जताया विरोध…आयुक्त से कहा-दुर्ग, भिलाई की तरह राहत मिले, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन

भिलाई। रिसाली निगम के पार्षद और रहवासियों ने निगम आयुक्त आशीष देवांगन से मुलाकात कर निगम क्षेत्र की समस्याओं को रखा। सभी ने एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें निगम क्षेत्र की उन समस्याओं को रखा। जिससे आम जनमानस सीधे प्रभावित हो रही है। सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन निगम आयुक्त से लिया है।

रिसाली निगम के वार्ड-25 से पार्षद मनीष यादव (बंटी) के नेतृत्व में लोगों ने मुलाकात की है। पार्षद मनीष यादव ने बताया कि रिसाली निगम क्षेत्र में समेकित कर कम नहीं किया गया है। जबकि, दुर्ग निगम में यूजर चार्ज लागू होने के बाद समेकित कर की राशि को कम कर दिया गया। रिसाली निगम भी समेकित कर को कम करे।

पार्षद मनीष ने यह भी मांग करते हुए कहा कि, शिक्षा उपकर नियमानुसार नहीं लिया जा रहा है, यह मूलकर (संपत्ति) कर के ऊपर लिया जाना चाहिए। लेकिन रिसाली नियम में वार्षिक भाड़ा मूल्य पर 2 प्रतिशत लिया जा रहा है। जो उपकर के नियम के विरूद्ध हैं।

पार्षद मनीष ने कहा कि, स्व विवरणी पत्रक जमा करने चूक करने पर दंड नियम गैर जरूरी हैं क्योकि जो संपत्ति कर किसी कारण इस समय जमा नहीं किया। वह अगले वर्ष संपत्ति कर जमा करने वक्त स्व विवरणी फार्म जमा करता ही हैं।

भवनों के रखरखाव प्रयोजन के लिए कुल वार्षिक भाड़ा मूल्य में 10 प्रतिशत की छुट दी जाती। पुराने भवनों में उपरोक्त छूट के अतिरिक्त कुल वार्षिक भाड़ा मूल्य में अतिरिक्त छूट दी जाती है।

अतिरिक्त छुट रिसाली निगम में नहीं हैं। रिसाली नगर निगम आयुक्त आशीष देवांगन को ज्ञापन सौंपने वालों में रिसाली से इंदुल्कर जी, शकुन्तला यादव, प्रतिमा सिन्हा, भारती धाडसे, सुमन राणा, संध्या चेट्टी समेत अन्य मौजूद रहें।

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