भिलाई। छत्तीसगढ़ में ED की कार्रवाई से माहौल गरमाया हुआ है। आज सुबह ED यानि की प्रवर्तन निदेशालय ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर बताया कि, छत्तीसगढ़ के IAS अफसर, कोल कारोबारी और कुछ कांग्रेसी विधायकों की संपत्ति अटैच की गई है। पिछले साल से ही प्रवर्तन निदेशालय छत्तीसगढ़ में कोयला लेवी वसूली मामले की जांच कर रही है, इस मामले में अब ईडी ने संपत्ति ज़ब्त की है। भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने इस मामले में ED पर कई सवाल उठाए और आरोप लगाए है।
ED ने किया ट्वीट
ईडी की तरफ से ट्विटर पर लिखा गया कि प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को सीज किया गया है। जिनमें लग्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है। यह बरामदगी आईएएस रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्र देव राय के पास से की गई है। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।
ईडी के अधिकारी सही है या ईडी का मीडिया सेल: देवेन्द्र यादव
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि, जब मेरे वकील रायपुर ऑफिस गए तो वहां के अधिकारी ने बताया की कोई भी कार्यवाही नही हुई है, जब भी कोई संपत्ति कुर्क होती है तो, PMLA 2002 के तहत सेक्शन 5 की नोटिस जारी होती है बिना नोटिस के कार्यवाही कैसे करे। मेरी वृद्ध माँ को बेवजह परेशान कर रही है ईडी, नोटिस देकर ऑफिस ऑफिस बुला रही, मेरे पास जो संपत्ति है 2015 और 2018 के चुनावी हल्पनामा में मैंने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है।
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने मंगलवार को अपने निवास में प्रेसवार्ता लिया। प्रेसवार्ता में उन्होंने ईडी की कार्रवाई के बारे में बात की। उन्होंने कहाँ की ईडी अपने पद और पावर का दुरुपयोग कर परेशान कर रहे है बिना किसी सूचना के बिना कोई सबूत के कार्रवाई कर रहे है। ईडी हम लोगों को बेवजह परेशान कर रही है। ईडी अब मेरी माँ को बेवज़ह परेशान कर कर रही है और उन्हें बुलाया जा रहा है जबकि उनका कोई लेनादेना ही नहीं है। जब इस विषय मे मेरे वकील ने ईडी के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना है कि कोई भी कार्यवाही के पहले नोटिस दिया जाएगा।
आगे विधायक देवेंद्र ने कहा कि मेरे घर में छापा और जांच की लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। अब तक ईडी कुछ भी साबित नहीं कर पाया है। सूचना आज तक नहीं दिए। सबसे पहले तो ईडी यह बताएं कि ईडी के अधिकारी सही है या उनका मीडिया सेल। जब ईडी से मेरे वकील ने बात की तो ईडी के अधिकारियों ने बताया कि कुछ भी नहीं मिला है और और कोई कार्यवाही नही हुई है। जब भी कोई संपत्ति कुर्क होती है तो, PMLA 2002 के तहत सेक्शन 5 की नोटिस जारी होती है। बिना नोटिस के कार्यवाही कैसे मुमकिन है ईडी की ही मीडिया सेल अलग ही बात कर रही है।
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि सिर्फ यहीं नहीं मेरी वृद्ध माँ को भी ईडी परेशान कर रही है। उन्हें भी पूछताछ के लिए बुला रही है। मैने मां के साथ ऑफिस आकर पूछताछ में सहयोग की बात कही है, जब हमने कहाँ की उनके बदले में आ जाता हूं तो भी वे मनमानी कर रहे है।
MLA देवेंद्र ने ED से ट्वीट कर मांगी जानकारी
MLA देवेंद्र ने अपने ट्विटर हैंडल से ED से जवाब मांगा है की मेरी कितनी संपत्ति कुर्क की है, मेरी कौन सी संपत्ति अटैच की है, जब मेरे वकील को कोई जानकारी नहीं दी गई है, अब तक कोई जानकारी ED द्वारा नही दिया गया है। जो ED सार्वजनिक करे की 56 करोड़ अटैच हुए है उसमे मेरी कितने राशि के और मेरे कौन सी संपत्ति है।