भिलाई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, (IIT) भिलाई और रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी अब साथ मिलकर नई दवाईयों की रिसर्च करेंगे। इसको लेकर रूंगटा यूनिवर्सिटी और आईआईटी भिलाई के इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीआईटीएफ) के बीच एमओयू शनिवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों ही संस्थान के फैकल्टी और स्टूडेंट्स विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट में एक साथ होंगे। यह करार संस्थान के संसाधनों के इस्तेमाल को लेकर भी किया गया है। इसमें एक तरफ जहां रूंगटा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स आईआईटी भिलाई की बेशकीमती लैब और मशीनरी का यूज कर पाएंगे, वहीं आईआईटी की फैकल्टी और छात्र रूंगटा यूनिवर्सिटी में एनीमल रिसर्च सेंटर और फार्मास्यूटिकल साइंस की प्रयोगशालाओं का इस्तेमाल करेंगे। इसके साथ इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को भी आईआईटी भिलाई की एक्सपरटीज का लाभ मिलेगा। इस एमओयू पर आईआईटी भिलाई इनोवेशन फाउंडेशन के सीईओ डॉ. प्रशांत माथुर और रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने हस्ताक्षर किए साथ ही एक-दूसरे संस्थान की बेहतरी के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराने का वादा किया।

छात्रों को होगा फायदा
इस एमओयू के तहत अब आईआईटी भिलाई विभिन्न प्रोजेक्ट्स के लिए रूंगटा यूनिवर्सिटी के छात्रों की मदद करेगा। उनके साथ अपनी प्रयोगशालाएं शेयर करेगा। रुंगटा के छात्र आईआईटी की अत्याधुनिक लैब में करोड़ों की हाई एंड मशीनों से सीखेंगे। दोनों ही संस्थान के फैकल्टी, रिसर्च स्कॉलर्स और स्टूडेंट्स के लिए ज्वाइंट रिसर्च टीम बनेगी। यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग छात्रों को टेक्नोलॉजी के हर दिन बदलते आयामों से रूबरू कराने किए गए इस एमओयू में उन्हें आईआईटी के एक्सपट्र्स अपना मार्गदर्शन देंगे। यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए आईआईटी भिलाई सेमीनार, वेबीनार, एक्सपटर्् लेक्चर कराएगा। यही नहीं स्टूडेेंट्स और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम भी शुरू होंगे, जिसके तहत यूनिवर्सिटी के छात्र आईआईटी भिलाई जाकर नई टेक्नोलॉजी सीखेंगे।
आईआईटी को क्या मिलेगा
रूंगटा यूनिवर्सिटी की स्कूल ऑफ फार्मेसी में एनीमल हाऊस को भारत सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में दवाइयों की रिसर्च और कैरीयर निर्माण के दौरान सबसे पहले इसकी टेस्टिंग एनीमल पर ही की जाती है। ऐसे में आईआईटी भिलाई के भी कई सारे प्रोजेक्ट्स है, जिसमें वे नई दवाइयों पर शोध कर रहे हैं। इसमें आईआईटी की मदद रूंगटा यूनिवर्सिटी करेगी। आईआईटी के इस तरह के प्रोजेक्ट्स के लिए एनीमल टेस्टिंग को अप्रूवल देगा। नई दवाइयों के प्रभाव को समझने में भी मदद करेगा। फिलहाल, इस एमओयू के साथ ही आईआईटी भिलाई और यूनिवर्सिटी ने साथ मिलकर एक नई परियोजना की शुरुआत भी कर दी है।
आईआईटी से कर सकेंगे इंटर्नशिप
रूंगटा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों को जल्द ही आईआईटी भिलाई से इंटर्नशिप के मौके भी मिलेंगे। आईआईटी में ढेर सारी परियोजनाएं चल रही हैं, जिसमें रूंगटा के छात्र भी साथ होंगे। रूंगटा यूनिवर्सिटी के एमटेक छात्रों को इसमें बड़ा फायदा मिलेगा। विभिन्न परियोजनाओं में आईआईटी उन्हें स्टाइपैंड भी देगा, साथ ही परियोजना समाप्त होने के बाद आईआईटी उन्हें प्रमाणित भी करके देगा। इससे छात्रों के अनुभव में बढ़त आएगी, उन्हें कॅरियर में भी मदद मिलेगी।
तीन साल के लिए करार
एमओयू के बाद आईआईटी भिलाई इनोवेशन फाउंडेशन के सीईओ डॉ. माथुन ने कहा कि, यह सहयोग फिनटेक, एग्रीटेक और हेल्थटेक जैसे प्रमुख क्षेत्रों में नवाचार को गति देगा। रूंगटा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने भी इस साझेदारी को छात्रों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहयोगी बताया। यह एमओयू तीन वर्षों तक प्रभावी रहेगा और दोनों संस्थानों की आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकेगा। इस एमओयू पर आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश में भी हर्ष जताया। कहा कि, इस पहल से समाज के लिए हो रही नई नई रिसर्च को बल मिलेगा।