राउरकेला, भिलाई। महाराजा अग्रसेन भवन, राउरकेला में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक एवं पश्चिम ओडिशा प्रांतीय अधिवेशन का भव्य आयोजन उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देशभर से पधारे सैकड़ों समाजसेवी, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सामाजिक एकता, सशक्तिकरण और नवाचार जैसे विविध मुद्दों पर गंभीर मंथन हेतु एकत्रित हुए।

इस गरिमामयी समारोह का मुख्य आकर्षण रही आर.पी.एस. (भिलाई), छत्तीसगढ़ की होनहार छात्रा निर्वाना अग्रवाल, जिन्हें हाल ही में ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ लॉड्स में आयोजित “इंटरनेशनल बुक ऑफ अचीवर्स अवार्ड 2025” समारोह में “The Queen’s Crest for Excellence” पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें बैरोनेस वर्मा द्वारा 23 अप्रैल 2025 को प्रदान किया गया। समारोह में घाना की रॉयल महारानी क्वीन विकी लेक्सटर, लॉर्ड राज लूंबा CBE, रागेश्वरी लूंबा, लॉर्ड कुलदीप सहोता सहित कई अंतरराष्ट्रीय विशिष्टजन उपस्थित रहे।
राउरकेला में आयोजित इस सम्मान समारोह में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल शरण गर्ग ने निर्वाना को पुष्पमाला, पटका एवं स्मृति-चिह्न प्रदान कर विशेष सम्मान दिया। अपने संबोधन में गर्ग ने कहा, “निर्वाना अग्रवाल की उपलब्धि न केवल अग्रवाल समाज, बल्कि सम्पूर्ण भारतवर्ष के लिए गर्व की बात है। उन्होंने अपनी विलक्षण प्रतिभा से अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है।”
कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति के रूप में निर्वाना ने मंच से “महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र” का मंत्रोच्चार कर सम्पूर्ण वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। यह आयोजन न केवल प्रतिभाओं को सम्मान देने का अवसर बना, बल्कि समाज में नई ऊर्जा, प्रेरणा और नेतृत्व के बीज भी बो गया। ऐसे आयोजनों से युवा प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में समाज की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होती है।
विद्यालय की उप-प्राचार्या दीप्ति सिंह ने उनकी इस शानदार सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय के प्राचार्य राजीव कुमार ने निर्वाना को आने वाले समय में और भी ऊँचाइयों छूने के लिए प्रेरित करते हुए हार्दिक बधाई दी। एसआरजीआई के माननीय अध्यक्ष श्री संजय रुंगटा ने निर्वाना अग्रवाल को शुभकामनाएँ देते हुए कहा, “इस तरह की उपलब्धियाँ न केवल विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं, बल्कि प्रतिभाओं को निखारने के अवसर भी प्रदान करती हैं।”