Mahadev Book का बड़ा प्लेयर और सौरभ का करीबी नीतीश दीवान अरेस्ट: ED ने भेजा रिमांड में…वैशालीनगर से निकलकर पहुंचा था दुबई

रायपुर। महादेव सट्टा ऐप मामले एक और अपडेट आया है। ईडी ने छत्तीसगढ़ में एक और गिरफ़्तारी की है। भिलाई से नीतीश दीवान नाम के 25 साल के युवक को गिरफ्तार कर ED ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। बताया जा रहा है कि नीतीश दीवान वैशाली नगर भिलाई का रहने वाला है। बताया गया है कि वह महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटर के साथ पैनल ऑपरेशन का काम करता था। कोर्ट से ED ने उसकी 14 दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने 8 दिन की कस्टोडियल रिमांड दी है। अगली सुनवाई के लिए 24 फरवरी की तारीख तय की गई है।

ED के वकील सौरभ पांडेय ने मीडिया को बताया कि नीतीश महादेव सट्टा ऐप की पैनल ऑपरेटर टीम में था। यह उन्हीं के साथ 2 साल तक दुबई में रहा है। नीतीश ने महादेव ऐप के पैसों को क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट किया है। नीतीश दीवान का काम पैनल ऑपरेटर को समय-समय पर चेक करना होता था।

महादेव ऐप से आने वाली अवैध कमाई को प्रमोटर के कहने पर अपने अकाउंट के जरिए इधर-उधर ट्रांसफर करता था। सट्टे के पैसों को नीतीश दीवान के जरिए इन्वेस्ट किया गया है। इसके नाम से दुबई में कई प्रॉपर्टी खरीदी गई हैं।

ED के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि महादेव सट्टा ऐप कारोबार को इंटरनेशनल लेवल तक ले जाने के तैयारी चल रही थी। इसके लिए नीतीश दीवान को जिम्बॉब्वे भी भेजा गया था। जिम्बॉब्वे जाकर नीतीश ने महादेव ऐप की बिजनेस अपॉर्चुनिटी को सर्च किया था। ये बात नीतीश दीवान ने खुद अपने स्टेटमेंट में बताई है। इस मामले में अभी और पूछताछ की जाएगी और जल्द ही कई खुलासे हो सकते हैं।

महादेव सट्टा ऐप और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कोलकाता से गिरफ्तार आरोपी नितिन टिबरेवाल की जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। दोनों पक्षों के तर्कों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरोपी नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल की न्यायिक रिमांड की अवधी पर भी सुनवाई हुई है।

महादेव केस में कोर कमेटी में शामिल नीतीश दीवान को दिल्ली एयरपोर्ट से पिछले साल 6 नवंबर को पकड़ा गया था। बाद में ED ने पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया था। नीतीश दीवान IIFA फिल्म अवॉर्ड में बॉलीवुड की बड़ी हस्तियों को अवॉर्ड भी दे चुका है। नीतीश और उसका भाई महादेव बुक के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के बेहद करीबी हैं।

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