मकर संक्रांति पर कैंप 1 हनुमान मंदिर में हुआ रामचरित मानस पाठ और रुद्राभिषेक, वयोवृद्ध डॉ. मिथिला शरण का शाल-श्रीफल से किया गया सम्मान

भिलाई नगर। संकट मोचन हनुमान मंदिर कैंम्प 01 परिसर में मकर संक्रांति का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सनातन धर्म में विशेष महत्व रखने वाले इस त्योहार पर लोगों ने स्नान-दान और पूजा-पाठ के साथ दिन की शुरुआत की। खिचड़ी भोग का विशेष आयोजन किया गया।

इस अवसर पर आचार्य पं. ओमप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि इस दिन सूर्य देव का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश होता है, जिसे मकर संक्रांति कहा जाता है। प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में भी मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा का विशेष उल्लेख मिलता है।

सर्दियों में शरीर को आवश्यक ऊर्जा देती है खिचड़ी

आचार्य पंडित ओमप्रकाश द्विवेदी के अनुसार, खिचड़ी का संबंध भगवान सूर्य और शनि देव से जुड़ा हुआ है। विश्वास है कि इस दिन खिचड़ी बनाने और खाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। दाल, चावल और हरी सब्जियों से बनी खिचड़ी न केवल सुपाच्य होती है, बल्कि सर्दियों में शरीर को आवश्यक ऊर्जा भी प्रदान करती है।

आचार्य पंडित ओमप्रकाश द्विवेदी के सानिध्य में मकर संक्रान्ति के पावन पर्व पर संकट मोचन हनुमान’ मन्दिर कैम्प 01 के प्रांगण में विगत वर्षानुसार इस वर्ष भी श्री राम चरित मानस पाठ एवं भगवान आशुतोष का रुद्राभिषेक, हवन एवं भण्डारा का आयोजन किया गया, जिसमें शहर व क्षेत्र के सैकड़ों लोग हनुमान जी का दर्शन कर कृतार्थ हुए। अभिषेक एवं आहुति देकर प्रसाद भी ग्रहण किया।

इस पुनीत पर्व में वयोवृद्ध डाॅ. मिथिलाशरण द्विवेदी का श्रीफल शाल का बाबू वृजकिशोर के चारों भाइयों ने सम्मान किया। आचार्य पं. ओमप्रकाश द्विवेदी एवं उनके अनुज डाॅ. सत्यप्रकाश द्विवेदी ने वैदिक मंत्र से पूजा-पाठ सम्पन्न कराया गया।

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