दुर्ग। दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर दुर्ग के मंदिरों ममें पूजा अर्चना की और लोगों को पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किए। उन्होंने कहा कि, श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः। गुरु पवित्रता, शांति, स्नेह एवं ज्ञान के साक्षात मूर्ति होते हैं। वे स्वयं में जीवंत शास्त्र हैं, उन्हें पाने के लिए आवश्यक है हमारी सच्ची श्रद्धा और गुरुतत्व में समाहित होने की लगन। आप सभी प्रेदश वासियों को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
हमारे यहां कुलगुरू परंपरा सदियों से चली आ रही है और अपनी संस्कृति शिक्षा व जीवन शैली के आधार पर भारत दुनिया का सदैव नेतृत्व करता है। गुरु पूर्णिमा पर्व के महत्व को दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने बताया कि, गुरु को महत्व देने के लिए ही महान गुरु वेद व्यासजी की जयंती पर गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इसी दिन भगवान शिव द्वारा अपने शिष्यों को ज्ञान दिया गया था। इस दिन कई महान गुरुओं का जन्म भी हुआ था और बहुतों को ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी। इसी दिन गौतम बुद्ध ने धर्मचक्र प्रवर्तन किया था। आषाढ़ माह की पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाया जाता है। यह पर्व जून से जुलाई के बीच में आता है। इस पर्व को हिन्दू ही नहीं बल्कि जैन, बौद्ध और सिख धर्म के लोग भी मनाते हैं।


