PHD के स्कॉलर ने की आत्महत्या: लोगों की लड़ाई सुलझाने गया तो पुलिस ने बनाया मुख्य आरोपी… परिजनों का आरोप – गिरफ्तारी नहीं करने के एवज में पुलिस ने मांगी रिश्वत और पीटा भी… अपमान से आहत होकर लगाई फांसी, मृतक दुर्ग से कर रहा था पीएचडी

PHD के स्कॉलर ने की आत्महत्या

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में पीएचडी के स्कॉलर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक छात्र की लाश आज सुबह (मंगलवार को) गांव के खेत में पेड़ पर लटकी मिली। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे और युवक की मौत का जिम्मेदार बालोद पुलिस को बताया। घटना संजारी चौकी क्षेत्र की है युवराज सोनकर दुर्ग से पीएचडी कर रहा था और छुट्टियों में घर आया हुआ था। पूरी घटना ग्राम अछोली का है।

युवराज सोनकर की बहन दिलेश्वरी ने बताया कि, सोमवार को ग्राम आसरा और ग्राम संजारी के कुछ लोगों के बीच विवाद हो रहा था, जहां मेरा भाई बीच-बचाव कराने गया था। यहां आसरा के लोगों ने बाकियों के साथ-साथ उसके भाई के खिलाफ भी संजारी चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मेरे भाई को भी मुख्य आरोपी बना दिया। इसके बाद पुलिस उसके भाई और उसके दोस्तों को थाने ले गई और गिरफ्तार करने की धमकी दी। पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं करने के एवज में रिश्वत की भी मांगी। युवक ने जब इस बात का विरोध किया, तो पुलिस ने उसके दोस्तों के सामने ही उसे पीट दिया।

मृतक युवक की बहन ने ये भी कहा कि, उसके भाई युवराज ने कुछ रिश्वत पुलिस वालों को दी भी है। उसने कहा कि रुपए संजारी चौकी के एक सहायक उपनिरीक्षक को दिए गए। इस अपमान से व्यथित होकर युवक ने मौत को गले लगा लिया। उसने उसी रात थाने से लौटकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया

इधर लाश को फांसी से उतारने से पहले ही उसकी बहन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। वहीं गांव पूरी तरह छावनी में तब्दील हो चुका है। पीड़ित बहन ने कहा कि उसके भाई ने गले में चांदी की चेन पहन रखी थी, उसे भी पुलिसवालों ने निकाल लिया है। बहन की शिकायत के बाद एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने मामले में ज्यादा कुछ कहने से मना कर दिया और जानकारी दी कि युवक के खिलाफ धारा 323 के तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ था, शायद इसलिए वो घबरा गया था। चेन निकालने को लेकर एसपी ने कहा कि युवक ने हाथ में चेन लपेटकर मारा था, इसलिए उसे जब्त किया गया था।

मृतक की बहन दिलेश्वरी सोनकर पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर है और उसकी पोस्टिंग दुर्ग जिले में ही है। उसने पुलिस अधीक्षक से मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है, ग्रामीणों में भी घटना के बाद से जमकर आक्रोश है।

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