भिलाई। कैम्प-2 मदर टेरेसा नगर स्थित ज्ञानोदय स्कूल प्रांगण में सियान सदन बनाए जाने का जमकर विरोध हो रहा है। विरोध के चलते कांग्रेस नेता व पूर्व एमआइसी सदस्य डॉ. दिवाकर भारती ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर कांग्रेस के कई नेता स्कूल बचाने के लिए सत्याग्रह आंदोलन किया। जिसमें पूर्व सभापति राजेंद्र अरोरा सहित कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए। सैकड़ों की संख्या आंदोलन में शामिल महिलाओं ने ऐलान किया कि स्कूल प्रांगण में छेड़छाड़़ नहीं करने देंगे।
आपको बता दें कि कैम्प-2 दो के मदर टेरेसा नगर में ज्ञनोदय स्कूल 1989 से संचालित है। इस स्कूल के निर्माण में आनंद जैन सहित स्थानीय निवासियों का सहयोग रहा था। इस स्कूल में आसपास के बच्चे पढ़ते हैं। कहा जा रहा है कि वर्तमान में 300 बच्चे यहां अध्ययनरत है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं की नजर इस स्कूल की जमीन पर पड़ गई है। इसलिए वह लोग जमीन कब्जा करने की नियत से यहां सियान सदन बनवाना चाहते हैं। जोन तीन कार्यालय द्वारा सप्ताह भर पूर्व सियान सदन निर्माण के लिए स्कूल परिसर में नाम जोख भी की गई थी। इसके बाद से माहौल गर्म हो गया था।
भिलाई निगम के पूर्व एमआइसी सदस्य डॉ. दिवाकर भारती ने इसका विरोध करते हुए भिलाई नगर विधायक, महापौर तथा भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष से मुलाकात की थी। उसके बाद भी यहां सियान सदन के लिए निगम के अधिकारियों का आना शुरू हुआ तो उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर दो अक्टूबर को सत्याग्रह का ऐलान कर दिया था। दो अक्टूबर को स्कूल परिसर में दिवाकर भारती सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने सत्याग्रह किया। सत्याग्रह में भिलाई निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र अरोरा भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं की नजर लग गई है। डेढ़ साल पहले कांग्रेस में आए लोगों की बात सुनी जा रही है। यह गरीबों का स्कूल है, यहां सियान सदन बनने नहीं दिया जाएगा, चाहे इसके लिए जिस स्तर की लड़ाई लड़नी पड़ी।
अरोरा ने कहा कि सियान सदन का विरोध नहीं है, सियान सदन दूसरी जगह बनाया जा सकता है, पर यहां जानबुझकर बनाया जा रहा है, ताकि इस जमीन को कब्जा किया जा सके। वहीं उपस्थित महिलाओं ने कहा कि स्कूल प्रांगण में किसी भी कीमत पर सियान सदन बनने नहीं दिया जाएगा इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित थे प्रभु नाथ मिश्रा, रमेश मिश्रा, चंदन कुमार पासवान, विनोद पासवान सुजाता निषाद, सरोजिनी यादव ,कल्याणी मंडल ,सावित्री घोड़के, प्रीति घोड़के, मंजू शर्मा, काशीनाथ दुबे ,प्रियंका मिश्रा, एम कालिदास, एम जानकी, एल रजनी तथा क्षेत्र की सैकड़ो महिलाएं उपस्थित थी।