भिलाई। पार्टी ऑल नाइट…ये गाना हम सबने फिल्म में सुना है। ये सब गाना क्लब, बार में खूब सुना है। कल दुर्ग आबकारी विभाग की टीम ने हकीकत में देखा। जब आबकारी विभाग की टीम भिलाई के सूर्या मॉल में संचालित लिस्टोमेनिया क्लब में पहुंची तो कुछ ऐसा ही नजारा था। हाथ में शराब के पैग्स थे और डीजे फूल साउंड में बज रहा था। लड़के-लड़कियां जाम छलका रहे थे।
दरअसल, बीती रात को आबकारी विभाग की टीम ने मिस्टोमेनिया में रेड की है। लगातार शिकायतें मिल रही थी कि सुबह तक पार्टी चलती है। कोई रोकने वाला नहीं और कोई टोकने वाला नहीं। इसे लेकर एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने भी एसपी और कलेक्टर से कंप्लेन की थी। उसके बाद आबकारी विभाग की टीम नींद खुली और रेड मारने के लिए पहुंच गई।
आपको बता दें कि भिलाई टाइम्स ने अपनी स्टोरी में बताया था कि लिस्टोमेनिया में देर रात तक पार्टीज होती है। इसके लिए एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने मोर्चा खोला है। पिछले दिनों एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष गुरलीन सिंह, प्रदेश संयुक्त महामंत्री आकाश कन्नौजिया समेत अन्य कार्यकर्ता कलेक्टोरेट पहुंचे थे। जहां उन्होंने आवेदन दिया था। जानकारी के मुताबिक, रात 12.30 बजे के बाद भी क्लब के अंदर लोग डांस करने के साथ शराब पीते मिले। आबकारी एक्ट की धज्जियां उड़ाते पकड़े जाने के बाद भी आबकारी अधिकारियों ने खानापूर्ति करके क्लब संचालक को छोड़ दिया।
आबकारी विभाग के ही एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें जिले के नए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आबकारी उपायुक्त नोहर सिंह ठाकुर को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। कलेक्टर ने उन्हें निर्देश दिया कि रात 12 बजे के बाद भी क्लब के अंदर शराब परोसी जा रही है।
कलेक्टर के निर्देश पर आबकारी अधिकारियों की संयुक्त टीम बनी। टीम ने शनिवार देर रात 12.30 बजे लिस्टोमेनिया क्लब में छापेमारी की। जब आबकारी विभाग की टीम वहां पहुंची तो बाहर से दरवाजा बंद था और लाइट भी ऑफ थी। मॉले के बाहर सैकड़ों की संख्या गाड़ियां पार्क थीं। इस पर आबकारी अधिकारी क्लब के अंदर पहुंचे वहां लड़के लड़कियां डांस करते और शराब पीते मिले। इस पर आबकारी विभाग ने क्लब को बंद कराया। क्लब संचालक को निर्देशित किया अगर दोबारा ऐसा पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आबकारी विभाग ने छोड़ दिया…कार्रवाई क्यों नहीं…?
आधी रात को आबकारी विभाग की टीम पहुंची और बिना कार्रवाई किए लौट गई…। ये सवालों के घेरे में है। क्योंकि लगातार जिसके खिलाफ कंप्लेन मिल रही है, उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई? ये सवालों के घेरे में है। क्योंकि अब तक आबकारी विभाग की ओर से बयान नहीं आया है और न ही कोई स्पष्टीकरण कि रात में पड़ी रेड में क्या-कुछ मिला है।
इस बारे में मीडिया ने जब सहायक आबकारी अधिकारी कुसुमलता जोल्हे से बात की गई तो उन्होंने यह तो बताया कि रात 12 बजे के बाद लिस्टोमेनिया क्लब में कार्रवाई की गई थी, लेकिन क्या कार्रवाई की गई यह उन्होंने नहीं बताया। उनका कहना है कि यह एक विभागीय प्रक्रिया है।