दुर्ग: रविवार रात में शिवनाथ नदी में गिरी कार को ढूंढने आज तीसरे दिन एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम सुबह 6:00 बजे से रेस्क्यू कर रही थी उसके बाद स्थानीय मछुआरों ने नदी में पूजा पाठ करके कार को ढूंढने नदी में उतरे और उतरते ही 5 मिनट में ही उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि कार नदी में ही है. जिसके बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम जो अपनी बोट को लेकर किनारे बैठ गए थे वह तत्काल नदी में पहुंचने लगे और सभी लोगों ने मिलकर यह स्पष्ट कर दिया कि कार नदी में ही है.
- स्थानीय मछुआरों ने मछली पकड़ने वाली जाल के सहारे से ही 15 लोगों के टीम के साथ नदी में उतरे ऐसा लगा मानो उनको पहले ही पता हो कि कार कहां पहुंची है।
- उतरते ही उन्होंने इशारा कर दिया कि उनको गाड़ी मिल गई है।
- इशारा पाते ही सड़क पर लगी भीड़ ने ताली बजाकर उन मछुआरों का स्वागत भी किया मछुआरों के समूह के सदस्य ने बताया कि सड़क से 100 मीटर की दूरी पर कार होने का अनुमान लगा उसके बाद बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के अंदर जाकर पता किया गया।
- उसके बाद अंदर जाकर रस्सी के सहारे से पूरे कार को मछुआरों ने बांधा और उसी रस्सी के सहारे उस कार को किनारे तक खींचकर लाया गया। उसके बाद जिला प्रशासन के द्वारा क्रेन बुलाया गया जिसके सहारे से कार को नदी से बाहर निकाला गया।
कार को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी
पानी के अंदर होने के कारण सही तरीके से रस्सी और चयन से फसाने में एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय मछुआरों को काफी मशक्कत करना पड़ा जिसके कारण काफी देर तक कार निकालने के लिए समय लग गया।
कार मिलने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर चलने लगी शिवनाथ नदी के नए पुल पर सैकड़ों की संख्या लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई जिसे हटाने में ट्रैफिक जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
शिवनाथ नदी में डूबी कार का शिनाख्त हो गया है निशांत भंसाली उम्र 32 वर्ष टीकरापारा रायपुर निवासी है। जो कि अपनी स्विफ्ट कार सीजी 0 4 LW 1177 से मे था। जोकि हजारों की ओर से आते वक्त शिवनाथ नदी में गिर जाने से उसकी मौत हो गई।