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BWU के बैठक में भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने का प्रस्ताव पारित: अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने आरोप लगते हुए बोले- “संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच का राजनैतिक कार्य में उपयोग से हुआ श्रम आंदोलन कमजोर…

BWU के बैठक में भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने का प्रस्ताव पारित: अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने आरोप लगते हुए बोले- “संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच का राजनैतिक कार्य में उपयोग से हुआ श्रम आंदोलन कमजोर…

भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने आरोप लगाया की सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से करने वाले नेताओं को मानने वाले राजनैतिक संगठन केवल अपने मकसद के लिए ट्रेड यूनियन का उपयोग कर रहे हैं। बीएसपी वर्कर्स यूनियन राष्टवाद के प्रणेता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीतियों का सदैव समर्थक है और देशहित में भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार का समर्थन करेगी। बीएसपी वर्कर्स यूनियन की बैठक यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता की अध्यक्षता में यूनियन कार्यलय में सम्पन्न हुई। जिसमें सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों का विधानसभा में समर्थन का प्रस्ताव पारित किया गया।

उज्जवल दत्ता ने कहा कि, भिलाई स्पात संयंत्र में सयुक्त मोर्चा मात्र श्रमिक हित में आंदोलन के नाम पर बना था। लेकिन इस मंच का राजनैतिक उद्देश्य में उपयोग करना पूर्णत गलत है। यदि किसी यूनियन को किसी राजनैतिक दल का समर्थन करना भी हो तो अपने फोरम के माध्यम से करे लेकिन संयुक्त मोर्चे का राजनैतिक उपयोग करने से श्रम आंदोलन कमज़ोर हुआ है और श्रमिक संगठन की एकता खंडित हुई है।

उज्जवल दत्ता ने कहा कि, बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने हमेशा कहा है की बायोमेट्रिक, ग्रेच्युटी सिलिग, सम्मानजनक पदनाम न होने और एन ई पी पी लागू करने के लिए एनजेसीएस यूनिक ही जिम्मेदार है जिसमें से ज्यादातर नेता कांग्रेस विचारधारा और सनातन विरोधी मानसिकता के ही समर्थक है जिस कारण कर्मचारी विरोधी इन निर्णय के लिए कांग्रेस पार्टी भी जिम्मेदार है। कांग्रेस और वामपंथी की विचार धारा सदैव श्रमिक विरोधी और सनातन विरोधी रही है। 70 साल के राज में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने कभी भी देश के श्रमिक हित में कोई कार्य नहीं किया है। वरन एनजेसीएस जैसी संगठनों का निर्माण कर सेल में भी कर्मचारी विरोधी निर्णयों को लागू करवाया है।

उज्जवल दत्ता ने कहा कि, नियमित के साथ ही ठेका श्रमिकों को भी कांग्रेस ने लगातार शोषण किया है। यहां तक कि कांग्रेस के शासन काल में श्रमिकों को उनके अपने हक के पीएफ जमा राशि निकालने के लिए ठेकेदार को 50% तक राशि देना पड़ता था पर वर्तमान सरकार ने पीएफ के सारे कार्य को ऑनलाइन कर दिया है। जिस कारण आज श्रमिक आज अपना पीएफ राशि बिना किसी राशि खर्च किए निकल सकता है। नियमित कर्मियों के लिए नई पेंशन योजना लागू कर भी कर्मियों को बड़ी राहत प्रदान किया गया है तथा भाजपा के आने वाले कार्यकाल में एनजेसीएस समिति का री-फॉर्मेशन होना तय है।

उज्जवल दत्ता ने कहा कि, ठीक चुनाव के पहले बीएसपी प्रबंधन द्वारा बायोमेट्रिक और फेस रीडर लगाने की बात करने के पीछे भी गहरी साजिश है जिसकी जांच होनी चाहिए। जिसके लिए यूनियन ने प्रधानमंत्री और इस्पात मंत्री को पत्र लिखा है। एनजेएससी के मध्यम से कर्मचारी हित में कार्य करने में असफलता को देखते हुए स्थानीय स्तर पर प्रबंधन पर दवाब बनाने के उद्देश्य से भिलाई इस्पात संयंत्र में श्रमिकों के समस्या के निदान के लिए सब को एक होकर संघर्ष की आवश्कता है इसी उद्देश्य से बी एस पी वर्कर्स यूनियन ने संयुक्त मोर्चा का समर्थन किया था लेकिन इसमें स्थित कुछ संगठन अपने सनातन विरोधी एजेंडा के तहत राजनैतिक चुनाव में कूद गई और भारतीय जनता पार्टी का विरोध करने लगी जबकि इस मोर्चा का गठन मात्र श्रमिक हित के आंदोलन के लिए किया गया था। राजनैतिक बयानबाजी कर मोर्चा ने श्रमिक हित में एक जुट हो रहे श्रम संगठनों की ताकत को कमजोर किया है।

बैठक में प्रमुख रूप से यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, महासचिव खूबचंद वर्मा ,शिव बहादुर सिंह,दिलेश्वर राव, सुरेश सिंह,अमित बर्मन,विमल पांडे, प्रदीप सिंह, संदीप सिंह, मंगेश हरदास, सुभाष महाराणा,राजकुमार सिंह, नितिन कश्यप,कृष्णा मूर्ति, लुमेश कुमार, रविशंकर सिंह, रविन्द्र सिंह, डी पी सिंह,नरसिंह राव,रूपेंद्र नाथ वाडब्यूड,बेनिराम साहू, प्रवीण यादव उपस्थित थे।


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