दुर्ग। दुर्ग के अंडा थाना क्षेत्र के रूदा गांव में हुए समीर साहू हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। दरहसल 24 अक्टूबर 2022 को दुर्ग से लगे अंडा इलाके के ग्राम रूदा (खाड़ा) में एक मासूम की लाश मिली थी। शव की शिनाख्त समीर साहू पिता खिलेश्वर साहू के रूप में की गई थी। 12 वर्षीय समीर का शव नदी किनारे एक बाड़ी में मिला था। शव बोरे में बंद था। शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान भी थे। जानकारी मिलते ही दुर्ग पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी।
इस मामले का बड़ा खुलासा करते हुए दुर्ग पुलिस ने बताया की उसके नाबालिग साथियों ने ही समीर को किडनैप कर 21 अक्टूबर को उसकी हत्या की थी। जानकारी के अनुसार वारदात के दो दिन पहले ही समीर के दो साथियों ने उसकी हत्या की प्लानिंग कर ली थी। हत्या के पूर्व 19 तारीख को आरोपियों ने बोरी, रस्सी और सूजा का इंतजाम कर लिया था। कबड्डी खेलने के दौरान समीर अच्छा रेड करता था जिससे उसके दोनों साथी चिढ़ते थे। दोनों का समीर के साथ अक्सर गाली-गलौच एवं वाद-विवाद होता था।
आरोपियों ने गुमराह करने के लिये सीताफल तोड़ने वाली कहानी रची थी। पूछताछ पर दोनो लगातार झूठी कहानी बनाकर एक दूसरो को फंसाने की कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह कर रहें थे। घटना को अंजाम देने वाले मृतक बालक के दो साथी विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालक गिरफ्तार।
घटना के बाद से ASP, नगर पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षक टीम के साथ विगत 15 दिनों से गांव में केम्प लगाकर जाँच की थी। आरोपियों की पतासाजी के दौरान ग्राम रूदा के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों का पुलिस को लगातार सहयोग मिला है। पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा मामला का खुलासा करने वाली टीम को नगद ईनाम देने की भी घोषणा की गई है।
पढ़िए पुलिस की थ्योरी:
दिनांक 21.10.2022 को प्रार्थी खिलेष्वर प्रसाद साहू निवासी ग्राम रूदा ने थाना अण्डा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका नाबालिग पुत्र समीर साहू उर्फ संतु उम्र तकरीबन 10 वर्ष खेलने जाने की बात कहकर घर से निकला था, जो कि शाम को 06 बजे तक घर नही आया। आसपास पता तलाष किया पता नही चला कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फूसला कर अपहरण कर ले गया है कि रिपोर्ट पर थाना अण्डा में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 141/2022, धारा 363 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। अपहृत बालक की पतासाजी की जा रही थी इसी दौरान दिनांक 24.10.2022 को ग्राम रूदा में नर्सरी के पास में अपहृत बालक समीर साहू उर्फ संतु का शव हाथ पैर रस्सी से बंधा हुआ, बोरे में भरा मिला।
उक्त सनसनीखेज घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग श्री बद्रीनारायण मीणा (भा.पु.से.) के निर्देषन में श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ.अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) के द्वारा स्वयं घटना स्थल उपस्थित होकर घटना स्थल का अवलोकन किया गया, हत्या की घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं पतासाजी करने हेतु आवष्यक निर्देष दिये गये, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री अनन्त साहू, नगर पुलिस अधीक्षक, (छावनी) श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.), पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (पाटन) श्री देवांष राठौर एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री नसर सिद्विकी (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा, थाना प्रभारी अण्डा निरीक्षक अम्बिका प्रसाद ध्रुव नेतृत्व में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग की विषेष टीम गठित कर आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु लगाया गया।
टीम द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर ग्राम रूदा में केम्प कर घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फूटेज प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन प्रारंभ किया गया। लगभग 50 से अधिक मोबाईल नंबरों का सुक्ष्मता से विष्लेषण किया गया मृतक अपहृत बालक के परिजनों से विस्तृत पूछताछ कर आवष्यक जानकारी जुटाई गई, मृतक बालक के सहपाठी व साथ में खेलने वाले बच्चों से विस्तृत पूछताछ की गई साथ ही साथ मृतक बालक से संबंधित गांव के व आस-पास के गांव के तकरीबन 250 लोगो से पृथक-पृथक पूछताछ की गई। जिसके परिणाम स्वरूप टीम द्वारा संदेह के कुछ बिन्दु तय कर सिलसिलेवार उन बिन्दुओं के आधार पर पतासाजी की जा रही थी।
घटना के बाद से लगातार अलग-अलग समय पर बार-बार पूछताछ कर कथन लिया जा रहा था, मृतक समीर को अंतिम बार गांव के ही उसके 02 नाबालिग साथियों के साथ देखा गया था, उक्त दोनो साथियों से लगातार अलग-अलग समय पर पूछताछ करने पर बता रहे थे कि खेलने के बाद मृतक समीर को रोड में छोड़कर हम अपने-अपने घर चले गये किन्तु ग्रामिणों के कथन में उक्त तीनो दोस्तो को आते हुये देखने की बात नही आ रही थी, जबकि दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालक गांव तक मृतक समीर के साथ आना बता रहे थे जिससे टीम को कुछ विरोधाभाष प्रतीत हुआ जिसके आधार पर मृतक के दोनो साथियों से पुनः पूछताछ किया गया जो कि सीताफल तोड़ने की बात को लेकर गांव के ही एक बुजुर्ग दम्पत्ति के द्वारा समीर साहू की हत्या कर देना, जिसे स्वयं के द्वारा देखने की झूठी कहानी गढ़कर गुमराह करते रहे
किंतु तथ्यात्मक आधार पर उक्त दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालको से सघन पूछताछ करने पर उनके द्वारा घटना का खुलासा करते हुये बताया गया कि दोनो, मृतक समीर साहू के साथ नियमित रूप से खेलते कुदते थे, मृतक समीर कबड्डी खेलने के दौरान अच्छा रेड करता था और इन दोनो को अक्सर गाली-गलौच करता था जिससे दोनो मृतक बालक से चिढ़ते थे।
इन्ही कारणों से दिनांक 19.10.2022 को दोनो साथ मिलकर समीर की हत्या करने की प्लानिंग किये जिसके लिये गांव के किराना स्टोर्स से प्लास्टिक की बोरा सिलने की रस्सी, सूजा और बोरे का इंतेजाम किये, दिनांक 21.10.2022 को शाम को कबड्डी खेलने के बाद बाकी साथियों के घर चले जाने के बाद दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालक मृतक बालक समीर साहू को गांव के ही नर्सरी के तरफ ले गये और मुहं एवं नांक दबाकर सिर के पीछे पत्थर से चोट पहंुचाकर हत्या कर दिये। जिसके पष्चात् दोनो मिलकर पहले से नर्सरी में छिपाकर रखे गये रस्सी से मृतक बालक के हाथ और पांव को बांध कर प्लास्टिक के बोरे में भरकर वही नर्सरी के पास छोड़कर सूजा व पत्थर वही आस-पास फेंककर अपने-अपने घर आ गये थे।
उक्त दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालको के निषानदेही पर घटना में प्रयुक्त बोरा सिलने का सूजा व पत्थर बरामद किया गया। घटना के संबंध में दोनो एक राय होकर पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर सीताफल तोड़ने की बात को लेकर गांव के ही बुजुर्ग दंम्पत्ति के ऊपर संदेह जाहिर करने की योजना बना लिये थे। अग्रिम कार्यवाही थाना अण्डा से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना अण्डा से सउनि सुंदर लाल नेताम, दिनेष वर्मा, झग्गर सिंह टण्डन, चंद्रषेखर सोनी, महिला प्र.आर.जेस्मिका, प्र.आर.कमलेष साहू, धन्नू राम, आरक्षक अजय ढ़िमर, रामेष्वर कोमा, हिम्मत सिंह, भवानी जगत महिला आरक्षक तृप्ति ध्रुवे तथा एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट के सउनि पूर्णबहादूर, शमित मिश्रा, प्र.आर.चंद्रषेखर बंजीर, रोमन सोनवानी, आरक्षक पंकज चतुर्वेदी, राजकुमार चंद्रा, अष्विनी यदु, जुगनु सिंह, शहबाज खान, विक्रान्त कुमार, अनुप शर्मा की उल्लेखनीय भूमिका रही।