दुर्ग के इस ग्राम पंचायत में मतदान पर बवाल… कांग्रेस की जीत, भाजपा के नेता बोले- रेडक्रास और स्काउट गाइड के बच्चों को लालच देकर डलवाया गया फर्जी वोट

दुर्ग। बीते दिन दुर्ग में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुआ। इसी दौरान रत होते-होते के तिरगा गांव से बवाल की खबर आई। दरहसल तिरगा ग्राम पंचायत में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चुनाव में फर्जी मतदान और प्रलोभन देकर वोट डाले गए। इसके बाद उन्होंने मतगणना स्थल का घेराव कर दिया। सोमवार को दुर्ग जनपद में मतगणना हुई, जिसमें तिरगा ग्राम पंचायत में कांग्रेस समर्थित सरपंच प्रत्याशी घसियाराम ने 30 वोटों से भाजपा के मुकेश बेलचंदन को हराया। मुकेश बेलचंदन ने दावा किया कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और घसियाराम को विजेता घोषित कर दिया गया।

बेलचंदन ने जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर रिकाउंटिंग की मांग की। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कई अनियमितताएं हुई हैं, जिन्हें जांचने की आवश्यकता है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट घेराव की योजना बनाई है। वोटिंग के दौरान दिव्यांगों और बुजुर्गों को मतदान काउंटर तक पहुंचाने के लिए रेडक्रास और स्काउट के बच्चों की ड्यूटी लगाई गई थी। इन बच्चों ने आरोप लगाया कि घसियाराम ने उन्हें लालच दिया कि वे वोटों को अपने पक्ष में डलवाएं। लेकिन बाद में उन्हें पैसा नहीं दिया गया।

मुकेश बेलचंदन ने आरोप लगाया कि बच्चों के माध्यम से 250 से ज्यादा फर्जी वोट डाले गए। उनका कहना था कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और मतगणना की पुनरावलोकन की मांग की। भाजपा नेता मुकेश बेलचंदन और बड़ी संख्या में ग्रामीणों के कलेक्टोरेट घेराव करने की संभावना है। गांव में मीटिंग चल रही है, और ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखित में एक शिकायत देने और फिर से मतगणना या मतदान कराने की मांग की है।

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