भिलाई। भिलाई के रूंगटा कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च (रूंगटा आर-1) छत्तीसगढ़ का पहला फार्मेसी कॉलेज बन गया है, जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद ने नैक के ए ग्रेड से नवाजा है। मंगलवार को नैक ने ए ग्रेड सर्टिफिकेशन की घोषणा की। रूंगटा फार्मेसी में टीचिंग लनिैंग, रिसर्च इनोवेशन, बेस्ट प्रैक्टिसेस, इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टूडेंट्स सपोर्ट जैसे मापदंडों पर खरा उतरने पर नैक परिषद ने कॉलेज को 3.16 सीजीपीए के साथ ए ग्रेड दिया है।

प्रदेश के किसी अन्य शासकीय या निजी फार्मेसी कॉलेज के पास फिलहाल नैक का ए ग्रेड नहीं है। रूंगटा ग्रुप के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने बताया कि, हाल ही में नैक ने जीडी रूंगटा कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी को भी ए ग्रेड की सौगात दी है। वहीं इससे पहले इंजीनियरिंग कॉलेज आरसीईटी को भी नैक का ए ग्रेड मिल चुका है। इस तरह अब ग्रुप के सभी कॉलेजों के पास नैक का ए ग्रेड हो गया है। यह ग्रेड जितना कॉलेज की प्रतिष्ठा को दशार्ता है, उतना ही विद्यार्थियों को मिलने वाली शैक्षणिक गुणवत्ता और सुविधाओं का भी प्रतीक है।
इसलिए मिला ए ग्रेड का तमगा
कॉलेज को नैक का ए ग्रेड दिलाने में वल्र्ड क्लास प्रयोगशालाओं के साथ्रशानदार एकेडमिक्स का योगदान है। रूंगटा फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य और ग्रुप डायरेक्टर आरएंडडी डॉ. एजाजुद्दीन दुनिया के शीर्ष दो फीसदी वैज्ञानिकों की फेहरिश्त में शामिल हैं। नैक का ग्रेड देने से पहले पीयर कमेटी द्वारा किए गए निरीक्षण में सभी पहलूओं को परखा गया, जिसमें नैक ने रूंगटा फार्मेसी को मिले साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च आर्गनाइजेशन (सीरो) संस्थान के दर्जे की भी सराहना की। कॉलेज के फार्मेसी स्टूडेंट्स को रिसर्च के लिए उपलब्ध हाईटेक मशीनें भी टीम ने देखी। इसके अलावा रिसर्चर्स विद्यार्थियों को दी जा रही फंडिंग की भी टीम ने तारीफ की।
हाई इम्पैक्ट रिसर्च फीचर्स का फायदा
ग्रुप डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने बताया कि, भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने कॉलेज को रिसर्च इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ग्रांट के रूप में एक करोड़ रुपए दिए हैं। यह ग्रांट हासिल करने वाला रूंगटा फार्मेसी प्रदेश में इकलौता संस्थान है। इसके अलावा हाई इम्पैक्ट रिसर्च फीचर में ग्रांट और शोध पब्लिकेशन के साथ 26 से अधिक पेटेंट भी नैक से मिली ए ग्रेड का आधार बना। बता दें कि, नेशनल फ्रेमवर्क रैंकिंग यानी एनआईआरएफ में कॉलेज को देश के टॉप-100 कॉलेजों की सूची में शामिल किया जा चुका है।