चोरी हुई गाड़ियों को ढूंढने वरदान साबित हो रहा सशक्त एप… अब तक करीब डेढ़ दर्जन गाड़ियां मिली, दुर्ग IGP राम गोपाल गर्ग की पहल पर बना है App

दुर्ग। दुर्ग रेंज पुलिस महानिरक्षक रामगोपाल गर्ग द्वारा चोरी किए गए वाहन और उनकी बरामदगी के लिए एक सशक्त एप विकसित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य चोरी हुए वाहनों की पहचान जल्दी करना और उन्हें बरामद करना है। पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर के मार्गदर्शन में, सभी थाना/चौकी क्षेत्रों में यह एप सक्रिय रूप से काम कर रहा है।

इस एप के माध्यम से लावारिश खड़े वाहन, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल और अन्य पार्किंग स्थलों पर संदिग्ध वाहनों का डेटा लिया जाता है। वाहन का नंबर, इंजन नंबर और चेसिस नंबर डालने से एप में वाहन का पूरा विवरण मिल जाता है। इस प्रक्रिया को तेजी से लागू करने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है।

आज, 04 फरवरी 2025 को ही, थाना जामुल और सुपेला क्षेत्र से चोरी हुए दो वाहन बरामद किए गए हैं:

  1. स्कूटी: गणेश पान ठेला के पास सेक्टर-09, भिलाई नगर से 01 अगस्त 2024 को चोरी हुई होण्डा डियो स्कूटी (नंबर- सीजी-07/एएक्स 0321) को जामुल के इंडस्ट्रियल एरिया, हाउसिंग बोर्ड से बरामद किया गया।
  2. मोटर साइकिल: थाना सुपेला के क्षेत्र से 21 जनवरी 2025 को चोरी हुई बजाज डिस्कवर 100 टी मोटर साइकिल (नंबर- सीजी-07/एएल 0543) को गौतम नगर, सुपेला से बरामद किया गया।

अब तक, सशक्त एप के माध्यम से कुल 17 चोरी हुए वाहनों की बरामदगी हो चुकी है। इस एप के उपयोग से चोरी हुए वाहनों की पहचान और बरामदगी में तेजी आई है। पुलिसिंग की प्रक्रिया को स्मार्ट और तेज़ बनाने में इस एप का अहम योगदान रहा है।

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