- शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला संबलपुर, भानुप्रतापपुर, जिला कांकेर की शिक्षिका वंदना त्रिवेदी के द्वारा विशेष लेख
- छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित श्री रामचरित मानस का छत्तीसगढ़ी भाषा टीका लिख चुकी हैं वंदना त्रिवेदी
विशेष लेख, वंदना त्रिवेदी, भिलाई।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP) भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। इसकाउद्देश्य 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षाको अधिक समग्र, लचीला और रोजगारोन्मुख बनाना है। छत्तीसगढ़ सरकार NEP को राज्य में लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में कदम उठाते हुए, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजितशिक्षा सप्ताह 22 जुलाई से 28 जुलाई 2024 तक छत्तीसगढ़ में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है।
Ministry Of Education ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए चार साल के पूरा होने पर भारत सरकार शिक्षामंत्रालय स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 4’th’ Anniversary of the National Education Policy (NEP) 2020 केलिये 22 जुलाई से 28 जुलाई 2024 तक शिक्षा सप्ताह अर्थात 1 सप्ताह के समय को निर्धारित किया है। इसका मुख्य उद्देश्यनवाचार को बढ़ावा देना है । जिसमें सहयोग की भावना को मुख्य रूप देना है। स्कूली बच्चों के साथ देने के लिए शिक्षक तथा नीतिनिर्माता और हितकारकों का साथ और सहयोग लेना है। नई शिक्षा नीति के व्यापक प्रचार प्रसार को करते हुये जमीनी स्तर परक्रियान्वयन के लिए स्कूली बच्चों , शिक्षको और समुदाय से जुड़ना है। इसमें चुनौतियों पर चर्चा करना। सर्वोत्तम प्रथा पर मिलकरबातचीत करना और कोने – कोने तक NEP 2020 से मिले मंच तक बातों को साझा करने का एक सुनहरा अवसर है।
NEP के अनुसार – 5+3+3+4 का फार्मूला रखा गया है। अर्थात चार स्तर का निर्धारण किया गया है। इसमें पहले स्तर 3 से 8 आयुवर्ग के स्कूली बच्चे आते है अर्थात आंगनबाड़ी जाने वाले और कक्षा दूसरी पढ़ने वाले (3 साल से 8 साल) तक के कुल पांचवीकक्षा के बच्चों को शामिल किया गया है। दूसरे स्तर के बच्चे कक्षा तीसरी से पांचवी तक के बच्चे आते हैं, तीसरे स्तर में कक्षा छठवींसे आठवीं तक के बच्चे आते हैं। चौथे स्तर में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के स्कूली बच्चे आते है।
पहला दिवस दिनांक 22.07.2024 को TLM दिवस: इस दिन खिलौना दिवस में स्कूली बच्चों, शिक्षकों,और समुदाय कीभागीदारी से खेल – खिलौना संबंधी जानकारी को प्रदर्शित करना है। और बच्चों को खेलने को देना है। तथा शिक्षकों द्वारा तैयारकिया गया जादुई पिटारा का उपयोग पालकों द्वारा करवाना है। और संचार माध्यम मोबाइल में ये एप्लीकेशन डाउनलोड करवाना हैऔर अपने अनुभव को बताने को कहना है। कार्यशाला का आयोजन तथा प्रतियोगिता का आयोजन और किट आदि के प्रयोग सेकौशल का विकास करना एकमात्र उद्देश्य है। शिक्षकों के द्वारा कक्षा को रोचक बनाने के लिए इस तरह की विधि का प्रयोग करनाहै।
दूसरा दिवस मंगलवार 23.07.2024 को FLN दिवस: 2026-2027 तक निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है (छत्तीसगढ़ मेंनिपुण भारत को छलांग कार्यक्रम chhttisgarh Literacy and Numeracy Gain ) के नाम से जाना जाता है। इस दिन निपुणभारत का शपथ लेना है लर्निंग आउटकम के लिये स्कूली बच्चे ,शिक्षक और समुदाय की भागीदारी प्रभावी संवादकौशल, खिलौनाकॉर्नर, अभ्यास पुस्तिका का नियमित और प्रभावी प्रयोग तथा पुस्तकालय का बच्चो और समुदाय के लिए उपलब्ध करना है, तथापालकों से नियमित बातचीत और कहानी सुनकर प्रश्नोत्तर के लिये प्रेरित करना है।
तीसरा दिन बुधवार 24.07.2024 को खेल दिवस: इस दिन स्थानीय खेल और खेल प्रतियोगिता का आयोजन कर स्कूली बच्चों, शिक्षकों तथा समुदाय एक उत्सव के आयोजन कर – प्रभात फेरी निकाल कर, योगा और प्राणायाम तथा खेल प्रतियोगिता मेंस्थानीय खेल खिलवाकर टीम भावना, देशप्रेम और नैतिक मूल्यों पर भी ध्यान दिया जाये, इस बात का विशेष ध्यान रखना है।विशेषआवश्यकता वाले बच्चों को उनकी सुविधा के अनुसार खेल खेलने को प्रेरित करना है।
चौथा दिन गुरुवार 25.07.2024 को सांस्कृतिक दिवस: स्कूली बच्चों को अपनी संस्कृति और परंपरा के गौरवशाली इतिहास सेपहचान करवाना है।इसमें शिक्षा, विज्ञान, खगोल विज्ञान और चिकित्सा में हुए अविष्कारों आदि को बताना शामिल है। स्कूलीबच्चे,शिक्षक,समुदाय में शामिल लोक कलाकार, वाद्य यंत्र बजाने के जानकार ,गायक, नाट्य कलाकार, मण्डली के लोगों कोशामिल करना है। खानपान क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा, वेशभूषा की जानकारी देना है। संचार के माध्यम मोबाइल के प्रयोग सेछोटे – छोटे वृत्त चित्र आदि के माध्यम से जानकारी देकर गौरव का अनुभव करवाना है।
पांचवा दिन शुक्रवार 26.07.2024 को कौशल और डिजिटल पहल दिवस:उच्च प्राथमिक स्तर, हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूलके स्तर के व्यवसायिक कार्यक्रम होने वाले शालाओं में इस दिन के आयोजन को व्यापक रूप से मानना और सुझाव का आयोजनकरना है। उच्च प्राथमिकहाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल में व्यवसायिक शिक्षा लेने के लिए अवसर देना, लोक कला का हुनरसिखाना, घरेलू काम, खेती, बैंक के काम को सीखने के लिए प्रेरित करना संचार माध्यम के प्रयोग से क्रियेटिव फोटोग्राफी, पॉडकास्ट बनाना, अपने रहने वाले स्थानों को गूगल मैप में डलवाना, सपने दिखाना, कैरियर बनाने में मदद करना है।
छठवां दिन शनिवार 27.07.2024 मिशन लाइफ / इको क्लब दिवस:प्राथमिक से हायर सेकेण्डरी तक के सभी बच्चों का क्लबबनाकर, शिक्षक और समुदाय के साथ कार्यक्रम करके रचनात्मक कौशल को बढ़ावा देना है।समुदाय के सामने में ईको क्लब केगठन व शपथ का कार्यक्रम करना है।सभी प्राथमिक शाला में बालसभा का आयोजन करना है। उच्च प्राथमिक शाला में बालकेबिनेट का गठन करना है। हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलो में ईको क्लब का गठन कर मंत्रियों का चुनाव के माध्यम से चयनकर शपथ दिलवाना है। इसके अलावा स्कूली बच्चों की साफ सफाई, स्कूल के प्रांगण की साफ सफाई आदि तथा एक पेड़ मां केनाम कार्यक्रम का आयोजन करना है। पोषण वाटिका का निर्माण आदि के द्वारा बच्चों के पोषण पर ध्यान देना है।
सातवां दिन रविवार 28.07.2024 सामुदायिक भागीदारी दिवस: शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से आगे के तीन साल के शालाविकास योजनास्कूल विकास पर चर्चा, समिति के सदस्यों के प्रशिक्षण, विद्यांजलि कार्यक्रम आदि कार्य में समुदाय का सहयोग लेनाहै। ड्रॉप आउट विहीन ग्राम बनाने में सदस्यों की मदद लेना। शाला में किसी भी तरह की समस्या में समुदाय की मदद लेना।
निष्कर्ष के तौर पर, यह शिक्षा सप्ताह नई शिक्षा नीति 2020 को जमीनी स्तर पर लागू करने की दिशा में एक सार्थक पहल है।विविध गतिविधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से स्कूली बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के सभी सदस्यों को जोड़ना, सहयोग की भावना को बढ़ावा देगा। इससे NEP के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी, जिसमें समग्र विकास, रचनात्मकसोच और कौशल विकास पर बल दिया गया है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि छत्तीसगढ़ राज्य में NEP के क्रियान्वयन सेशिक्षा के क्षेत्र में किस प्रकार का सकारात्मक बदलाव आता है।
भिलाई टाइम्स के लिए विशेष लेख…
वंदना त्रिवेदी
शिक्षिका, शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला संबलपुर (भानुप्रतापपुर)
जिला कांकेर छत्तीसगढ़
लेखक परिचय …
“मैं वंदना त्रिवेदी एक शिक्षिका के रूप में शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला संबलपुर विकासखंड – भानुप्रतापपुर जिला– कांकेर(छत्तीसगढ़)में कार्यरत हूं।
मेरे द्वारा श्रीरामचरित मानस का छत्तीसगढ़ी भाषा टीका लिखा गया है जिसका छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित औरविमोचन किया गया है। मेरे द्वारा लेखन का कार्य लगभग आठ वर्षों से किया जा रहा है।आगे भी मेरे द्वारा कई पुस्तके लिखी जा चुकीहैऔर प्रकाशन का कार्य बाकी है।और कुछ पुस्तके लिखी जा रही है।