दुर्ग में वंदे भारत एक्सप्रेस में फिर से हुई पत्थरबाजी: पॉवर हाउस स्टेशन के बीच किसी ने मारा पत्थर… सी-6 बोगी का टूटा कांच… मामला हुआ दर्ज

Stone pelting again in Vande Bharat Express in Durg

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में फिर से पत्थरबाजी हुई है। जानकारी के मुताबिक रायपुर के लिए रवाना हुई ट्रेन भिलाई नगर स्टेशन पार कर चुकी थी, तब पत्थर फेंकने की घटना हुई। हालाकि ट्रेन की रफ्तार काफी तेज होने से घटनास्थल का सही लोकेशन पता नहीं चल चल पाया है। लेकिन, जिस तरह के वंदे भारत ट्रेन पर लगातार पत्थरबाजी की शिकायत आ रही है, उसने रेलवे प्रशासन की चुनौतियां जरूर बढ़ा दी है।

इधर पत्थरबाजी को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि भिलाई नगर स्टेशन से खुर्सीपार के बीच पत्थरबाजी की घटना हुई है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को नागपुर से बिलासपुर के लिए निकली वंदे भारत हाई स्पीड ट्रेन अपने समय पर शुक्रवार शाम 5.17 मिनट पर दुर्ग स्टेशन पहुंची थी। यहां से शाम 5.23 मिनट पर वह छूटी। इसके बाद जैसे ही ट्रेन पावर हाउस स्टेशन पहुंची तो पता चला कि किसी ने ट्रेन के सी-6 बोगी की खिड़की पर पत्थर मारा है। जिले में पत्थरबाजी की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 14 दिसंबर को भी वंदे भारत ट्रेन में पत्थर फेंकने से खिड़की का शीशा टूट गया था। आरपीएफ और जीआरपी पिछली घटना में पत्थरबाजी करने के आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है। एक बार वंदे भारत ट्रेन को नुकसान पहुंचाकर असामाजिक तत्वों ने आरपीएफ और जीआरपी को चुनौती देने का काम किया है।

आरपीएफ की पूर्णिमा राय ने बताया कि उन्होंने अज्ञात के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 154 के तहत अपराध कायम कर लिया है। आरोपियों की पतासाजी शुरू कर दी गई है। पत्थरबाजी करने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान और उनकी धरपकड़ के लिए आरपीएफ और जीआरपी की टीमें रेल पटरी के किनारे संभावित बस्तियों में पूछताछ कर रही हैं। इसके साथ ही वो उस दिन सी-6 व आगे पीछे की बोगी में बैठे पैसेंजर से भी पूछताछ कर रही है कि, कहीं उन्होंने किसी को देखा तो नहीं है।

पहले भी हो चुका पथराव
नागपुर से बिलासपुर आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस में भिलाई नगर व भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन के बीच पथराव किया गया था। जिससे ई–1 कोच की एक खिड़की का कांच टूट गया था। गुरुवार को आरपीएफ के जवानों ने रेलवे लाइन के दोनों तरफ रहने वालों से पूछताछ करने के बाद उन्हें समझाइश भी दी थी।

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