– छत्तीसगढ़ महतारी की झांकी प्रदर्शित
– छत्तीसगढ़ में है 3 प्रसिद्ध शिव मंदिर

भिलाई। शिव शक्ति सेवा समिति भिलाई द्वारा कैम्प-1 स्थित शिव संतोषी तीन दर्शन मंदिर में 6 दिवसीय शिव महापुरण का आयोजन चल रहा है। पंडित मनीष महाराज के श्री मुख से शिव कथा का वाचन हो रहा है। कथा स्थल पर महाकाल की विशाल मूरतों स्थापित की गई है। कथा के समापन के उपरांत मूर्ति को शिवनत नदी में विसर्जित किया जाएगा। 18 फरवरी शिवरात्री के दिन महाकाल की भव्य पालकी यात्रा निकाली जाएगी। 19 फरवरी को महाभंडारे के साथ आयोजन की समाप्ति होगी।


शिव महापुराण के तीसरी दिन पंडित मनीष महाराज ने चमपेश्वर महादेव की कथा सुनाई। चमपेश्वर महादेव की कथा में कथावाचक ने एक बच्चे के बारे में बताया जो ब्लड कैंसर से पीड़ित था। उन्होंने कहा- रुद्राक्ष, बेल पत्र और शमी के पत्ते का जल को बच्चे को पिलाया गया। दो-तीन महीने बाद उस बच्चे का ब्लड कैंसर खत्म हो गया।


पंडित मनीष महारज ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शिव मंदिर गरियांबंद के भूतेश्वर नाथ धाम, राजिम के खुलेश्वर धाम और चंपारण के चम्पेश्वर महादेव के बारे में भी बताया। कथावाचक ने बताया की सती माता के मृत्यु के बाद शंकर भगवान उनके शव को लेकर उड़ीसा से उड़े इसलिए वहां का नाम उड़ीसा रखा गया।


पंडित मनीष महारज ने बताया कि, छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में दंतेश्वरी माता का मंदिर है। 52 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ दंतेश्वरी माता मंदिर है। सती माता का यहां पर दांत गिरा था।


शिव महापुराण में सोमवार को छत्तीसगढ़ महतारी की झांकी प्रदर्शित की गई। आरती और भजन के साथ कथा का समापन हुआ।




