अजब-गजब मामला

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बैंक कैशियर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कैशियर सहित बैंक मैनेजर और कैंटीन बॉय पर मुर्दों और पेंशनरों के खाते पर लोन करा लाखों रुपए हड़पने का आरोप है। इसके तहत पिछले 8 साल से मुकदमा दर्ज था। उक्त मामले में आरोपी कैशियर को जेल भेजा गया है। पुलिस भगोड़े बैंक मैनेजर की तलाश में जुटी हुई है तो वही कैंटीन बॉय अग्रिम जमानत पर जेल से बाहर है।
वर्ष 2016 में पीपीगंज थाना क्षेत्र के जंगल कौड़िया की एसबीआई शाखा में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कुछ लोगों के द्वारा शाखा में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई गई कि उनके खातों पर लोन है। जबकि उन्होंने कोई लोन लिया ही नहीं। जांच कराई गई तो पता चला कि सभी खाते या तो मृतक खाता धारकों के हैं या पेंशनरों के और कुछ किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लोन कराए गए थे।
विभागीय जांच में पता चला कि इस फ्रॉड के पीछे तत्कालीन बैंक मैनेजर कुमार भास्कर भूषण, कैशियर अमरेंद्र प्रताप सिंह और शाखा परिसर में कैंटीन चलाने वाले कैंटीन बॉय पंकज मणि त्रिपाठी का हाथ है। बता दें कि कैंटीन बॉय के पास लाखों रुपए की लग्जरी गाड़ी और 8 करोड़ की संपति है।
मिली जानकारी और विभागीय जांच के मुताबिक मामले का मास्टरमाइंड पंकज मणि त्रिपाठी है। जो तत्कालीन बैंक मैनेजर की कृपा से कैंटीन बॉय बना और धीरे-धीरे उसने अपने गांव और आसपास के लोगों का छोटा-मोटा काम कराना शुरू कर विश्वास हासिल किया। बैंक मैनेजर से संबंधों का फायदा उठाकर उसने लग्जरी गाड़ी भी फाइनेंस करा ली। और ग्रामवासियों पर अपना प्रभाव दिखाता, यहां तक उसने यह भी बता रखा था कि उसकी नौकरी बैंक में लग गई है।