बिलासपुर। बिलासपुर में पिकनिक मनाने गए मां-बेटे की नदी में डूबने से मौत हो गई है। वहीं डूब रहे दो अन्य को बचा लिया गया। कोनी थाने से मिली जानकारी के अनुसार ओम नगर जरहाभाठा मन्दिर चौक निवासी स्मिता लाल (36) शासकीय सेवा में है। उनकी नियुक्ति जरहाभाठा गवर्मेंट स्कूल में शिक्षिका के पद पर थीं।
जानकारी के अनुसार जरहाभाठा निवासी अनिश मसीह जमीन खरीद-बिक्री का काम करते हैं। उनकी पत्नी स्मिता लाल जरहाभाठा के राजीव गांधी चौक स्थित नवीन प्राथमिक शाला में टीचर थीं। अनिश का साढू भाई सौरभ लाल मार्क अस्पताल में काम करता है और साली पिंकी भी नर्स है। दोनों परिवार के बच्चों को लेकर सभी पिकनिक मनाने के लिए लोफंदी स्थित अरपा नदी में बन रहे पुल के पास गए थे।
पति अनिश और परिवार के अन्य सदस्य नदी पार कर बने टापू में बैठकर खाने की तैयारी कर रहे थे। घटना करीब 3.30 बजे की है। इधर पीछे-पीछे स्मिता और उनका बेटा आदेश अरव लाल (14) नदी पार कर टापू तरफ जा रहे थे। तभी दोनों अचानक गहराई में चले गए और डूबने लगे।
उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर अनिश उन्हें बचाने के लिए दौड़ा। लेकिन, तब तक स्मिता और उनका बेटा डूब गए थे। किसी तरह गहराई से उन्हें बाहर निकाला गया। लेकिन, तब तक मां-बेटे की मौत हो चुकी थी।
डूबते हुए मां-बेटे को पति ने बचाया
वही पास ही पिकनिक मनाने एक और परिवार पहुंचा था। परिवार की महिला प्रियंका कश्यप व उनका 5 वर्षीय पुत्र भी नहाते हुए गहरे पानी मे डूबने लगे थे,पर महिला के पति सौरभ कश्यप ने पत्नी बच्चो को डूबता देख कर नदी में झलांग लगा दी। और किसी तरह पत्नी बच्चे को बचा लिया।
बताया जा रहा हैं कि उक्त जगह में नदी में रेत के अवैध उत्खनन के चलते नदी में बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिसका पता नदी में नहाने आये लोगो को नही चल पाता और उनकी जान खतरे में आ जाती हैं।
बिलख-बिलखकर रोने लगे परिजन
इस घटना के बाद स्मिता लाल और उनके बच्चे को गहराई से निकालने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ा। इस दौरान उनकी बहन पिंकी और परिवार के अन्य सदस्य भी पहुंच गए थे। उन्हें बाहर निकाला गया, तब परिजन बिलख-बिलख कर रोने लगे। मां-बेटे की मौत के बाद माहौल गमगीन हो गया।
घर का इकलौता चिराग था आवेश
इस हादसे के बाद CIMS में भी परिजन के रो-रोकर बुरा हाल था। दरअसल, आवेश परिवार का इकलौता और लाडला बेटा था। एक साथ मां-बेटे की मौत से घर के साथ ही मोहल्ले में भी मातम छा गया है। आवेश के बड़े पिता संदीप मसीह ने बताया कि इस घटना से उनका सब कुछ छीन गया है।