दुर्ग के अडानी सीमेंट प्लांट जामुल में इंजीनियर के मर्डर का खुलासा: जूनियर ने ही HOD को उतारा मौत के घाट… हत्या कर कपड़े बदलने गया था घर, खून के एक छीटे से कैसे खुला राज? डांट के कारण आक्रोशित था हत्यारा; पढ़िए

दुर्ग। दुर्ग जिले के ACC अडानी सीमेंट जामुल में सोमवार को इंजीनियर और HOD आर बाला राजू (50) की हत्या कर दी गई थी। ड्यूटी के दौरान ही मृतक के अधीन काम करने वाले आरोपी संजय तिवारी (48) ने ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने हत्या के 24 घंटों के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया। दरहसल दो दिन पहले। जामुल में स्थित अडानी ACC सीमेंट फैक्ट्री में कोल हैंडलिंग प्लांट (CPC) के एचओडी बालराजू राव उम्र 50 साल की खून से लथपथ लाश मिली थी। लाश मिलने से फैक्ट्री में सनसनी फैल गई थी। सोमवार सुबह वारदात की सूचना मिलते ही जामुल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग SP जितेंद्र शुक्ला खुद क्राइम सीन पर पहुंचे थे। परिजनों ने आरोप लगाया था कि उनकी हत्या सीपीसी के इंचार्ज संजय तिवारी व उसके साथियों ने की है। जामुल पुलिस 4 लोगों को हिरासत में लेकर मामले की जांच के लिए पूछताछ शुरू की। बालराजू राव की पत्नी की कैंसर के चलते दो साल पहले ही मौत हो चुकी है। उनकी दो बेटियां हैं। उनकी परवरिश वही कर रहे थे। उनकी दोनो बेटियां मां की मौत के सदमें से अभी पूरी तरह उबरी भी नहीं थीं कि पिता का साया भी उनके सिर से छिन गया।

पुलिस ने बताया कि, 3 जून जामुल स्थित एसीसी प्रबंधन द्वारा सूचना मिली लगभग 9:30 बजे फैक्ट्री के पावर प्लांट का एचओडी. आर बाला राजू प्लांट के बाहर फुटपाथ में संदिग्ध अवस्था में घायल पढ़ा हुआ था, जिसे एसीसी जामुल की मेडिकल टीम द्वारा अस्पताल पहुँचाया गया। जहाँ उन्हें डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। मामले को संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग, रेंज रामगोपाल गर्ग और पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्र शुक्ला द्वारा जांच हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे। जिसके जतेन्द्र शुक्ला (भा.पु.से) (से) के द्वारा अनुक्रम मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सुखनंदन राठौर (रा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) रिचा मिश्रा (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरीश पाटिल (रा.पु.से.) एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) हेमप्रकाश नायक (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जामुल निरीक्षक केशव राम कोसले एवं एसीसीयु दुर्ग की टीम के द्वारा घटना स्थल पर पहुँच कर निरीक्षण उपरान्त इस तथ्य पर पहुंचे की मृतक आर. बाला राजू की किसी ठोस वस्तु से हमला कर हत्या की गई है।

मृतक आर. बालाराजू के सिर के पीछे दाहिने कान, नाक के उपर दोनो भी के मध्य आई गंभीर चोट से हत्या किया जाना स्पष्ट हुआ। मामला गंभीर एवं संवेदनशील होने के कारण मौके पर डॉग स्कॉड एवं फॉरेसिंक की टीम को भी बुलाया गया, तथा मृतक के अधिनस्थ काम करने वाले प्रत्येक कर्मचारीयो से गहन पुछताछ की गई। पुछताछ के दौरान में प्लांट में कार्यरत एक स्टॉफ हरीशचंद वर्मा के द्वारा बताया गया कि घटना के तुरंत बाद सी.एस.पी. (कोल्ड हैंडलिंग प्लाट) का प्रमुख संजय तिवारी उसके पास आकर अपने शर्ट में लगे किसी दाग को मिटाने के लिये बोला था।

गेट रजिस्टर की जाँच करने पर यह तथ्य भी सामने आया कि घटना उपरान्त संजय तिवारी अपने घर जाकर कपडे बदलने आया था। पुलिस की टीम द्वारा उसके घर जाकर कपड़े की बरामदगी की गई, जिसमे जून के छींटे पाये गये। जिससे यह स्पष्ट था कि संजय तिवारी ने उक्त घटना को अंजाम दिया है, पूछताछ के दौरान आरोपी द्वारा अपने हर एक गतिविधियों और रूटिन के बारे में बयान बदल-बदलकर दिया जा रहा था। आरोपी संजय तिवारी को थाना लाकर पुलिस अभिरक्षा में कड़ी पूछताछ की गई जिसमें उसने अपना अपराध करना स्वीकार किया। आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि सुबह 09.00 बजे सी.एच.पी. (कोल्ड हॅडलिंग प्लांट) में ब्रीफिंग के दौरान आर बालाराजु के द्वारा उसे उस पर चिल्लाना, डांट फटकार करना तथा कोयले की लगातार आपूर्ति नहीं होने पर नाराजगी जाहिर किया था। पूर्व में कोयले की आपूर्ति न होने से प्लांट में ब्रेक डाउन हो गया था जिसके लिये भी मृतक ने संजय तिवारी को जिम्मेदार ठहराया था, उसी बात का हवाला देकर घटना के समय भी मृतक आर. बालाराडु के द्वारा आरोपी को नौकरी से निकलवा देने की, रोड में ला देने की डांट लगाई गई थी। जिस कारण आरोपी संजय तिवारी पूर्व से ही आकोशित था।

आरोपी संजय तिवारी को बुलाया, जब आरोपी सी.एच.पी. (कोल्ड डॅटलिंग प्लांट) एरिया से निकलकर कोल अनलोडिग एरिया में पहुंचा राय अगलोडिंग के लिये ट्रक क्यों नही लगावाये हो कहकर मृतक के द्वारा आरोपी संजय तिवारी को पुनः डांटा गया। फिर मृतक प्लांट के निरीक्षण के लिए कोल अनलोडिंग एरिया से पैदल चलते हुये फुटपाथ का इस्तेमाल करके जाने लगा। इस बीच आरोपी संजय तिवारी भी इसका पीछा करते हुये गया एवं फुटपाथ में सुनसान जगह पाकर हथौड़े से मृतक के सिर के निचले हिस्से में प्रहार कर दिया। मृतक आर, बालाराजु के जमीन में गिर जाने के बाद आरोपी संजय तिवारी के द्वारा मृतक के सिर के पिछले हिस्सो पर ताबड़तोड़ वार किया गया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने अपराध में प्रयुक्त हथौड़े को कोयला पूरे के देर के अंदर छिपा दिया और वापस सी.एच.पी. (कोल्ड हेडलिंग प्लांट) आकर अपने रूटिन कार्य करने लगा घटनास्थल में ए.सी.सी. की मेडिकल टीम द्वारा मृतक के शरीर चताने से लेकर उसे अस्पताल पहुंचाने तक तथा पुलिस टीम के भोका निरीक्षण के दरम्यान आरोपी उपस्थित नहीं था, जिससे यह संभागना प्रबल हुई कि आरोपी वो द्वारा मृतक को हथौडा से प्रागधातक हमला करने दौरान ही उसके ड्यूटी युनिफार्म व जूते में खून के धब्बे पड़े थे। इस बीच आरोपी लंच करने की बात कहकर अपने घर चला गया और अपने कपड़े को बदलकर बायस आ गया। आरोपी के मैमोरण्डम को आधार पर हत्या में प्रयुक्त हथियार (हथौडा) को जप्त कर विवेचना में शामील किया गया। आरोपी संजय तिवारी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से थाना जागुल में अपराध कमांक 211/2024 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया है।

Exit mobile version