रायपुर। खुद को अपर कलेक्टर बताकर बेरोजगार से ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से 23 लाख 65 हजार की ठगी की थी। आरोपी का नाम मुजाहिद अनवर है, जो अपना नाम बदलकर ठगी की घटना को अंजाम दिया करता था। गिरफ्तार आरोपी सरगुजा जिले का रहने वाला है।
कई सालों से मुजाहिद अनवर ठगी का अपना रैकेट चला रहा था। इसमें इसके कुछ रिश्तेदारों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। जब कुछ युवकों की नौकरी नहीं लगी तो यह मामला पुलिस के पास पहुंचा, इसने रायपुर के भी कुछ लोगों को ठगा था,जिसकी वजह से रायपुर पुलिस भी इस मामले में छानबीन कर रही थी। आखिरकार पुलिस के हाथ मुजाहिद तक पहुंच ही गए।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि मुजाहिद खुद को अपर कलेक्टर बताया करता था । वह लोगों से फोन करके कहता था कि वह अंबिकापुर का अपर कलेक्टर निर्मल बोल रहा है। युवक फिर हड़बड़ा कर इसे सर…सर… कह कर फोन में बात करने लगते थे। इसी तरह इसने कुछ युवकों से फोन पर दोस्ती कर रखी थी। रायपुर के सर्वेश्वर साय नाम के युवक को भी मुजाहिद ने ऐसे ही झांसे में लिया। खुद को ऑफिसर बताकर मुजाहिद ने सर्वेश्वर से नौकरी लगाने का वादा किया।
मुजाहिद ने सर्वेश्वर को जानकारी दी कि 1380 पदों पर अंबिकापुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर जिले में डाटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क, चपरासी, ड्राइवर जैसे पदों पर सीधी भर्ती करनी है। इसके लिए वह बेरोजगार युवकों को सीधे नौकरी लगवा सकता है लेकिन सभी को रुपए देने होंगे। सर्वेश्वर इसकी बातों में आ गया और उसने अपने कई रिश्तेदारों को इस बात की जानकारी दी। मुजाहिद इसके बाद युवकों से मिलकर रुपए लेने लगा।
मुजाहिद लगातार कई महीनों तक बेरोजगार युवकों को नौकरी का दिलासा देकर उनसे रुपए लेता रहा। इस रकम से उसने एक इनोवा गाड़ी खरीदी। इस इनोवा गाड़ी को किसी अफसर की कार की तरह ही मेंटेन करके रखा ताकि लोगों को अपने जाल में फंसा सके,वह लगातार लोगों से इसी कार में बैठकर मिलने भी जाया करता था।
पुलिस डेढ़ साल से मुजाहिद की तलाश में थी। इसके फोन नंबर और रिश्तेदारों से पूछताछ करते हुए पुलिस ने जशपुर में छुपे हुए मुजाहिद को पकड़ा था।अब रायपुर की पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर मुजाहिद को रायपुर लेकर आई है। पुलिस को खबर मिली है कि प्रदेश के कई दूसरे जिलों से भी मुजाहिद ने लोगों को ठगा है जिनकी जानकारी जुटाई जा रही है।