बस्तर में भालू कांड के बाद घायल अवस्था में मिला बाघ… दो पंजो में गहरे चोट, शिकारियों के जाल से हुए घाव? रेस्क्यू कर लाया गया राजधानी, इधर हाईकोर्ट ने भालू केस में लिया सुओ मोटो

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर के सुकमा में भालू के साथ क्रूरता के बाद अब बस्तर के ही इंद्रावती टाइगर रिज़र्व (बीजापुर क्षेत्र) में एक टाइगर यानि की बाघ घायल अवस्था में मिला है। आशंका जताई जा रही है कि, शिकारियों के द्वारा लगाए गए तार के जाल में फंस कर उसका यह हाल हुआ होगा। बाघ के दो पंजो में गहरे चोट है, जिसमें कीड़े भी लग गए है। वन विभाग और ITR की टीम से उसे रिकवर कर इलाज के लिए जंगल सफारी रायपुर भेज दिया है।

भालू मामले में हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
वहीं सुकमा में भालू के साथ क्रूरता मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने वन विभाग को जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, कोर्ट ने पूरे घटनाक्रम पर पीसीसीएफ को शपथपत्र पेश करने के निर्देश दिए हैं।

घायल टाइगर को ट्रेंक्यूलाइज़ कर लाया गया जागल सफारी
ITR और वाइल्ड लाइफ की टीम के अनुसार बीजापुर इंद्रावती टाइगर रिज़र्व क्षेत्र से बाघ को रेस्क्यू किया गया है। उनके अनुसार, कांदुलनार, मोरमेड़ और तोयनार इलाके के जंगल में ही ये बाघ शिकारी के फंदे में फंसा होगा। उन्हें जानकारी मिली थी कि एक बाघ जंगल में घायल अवस्था में पड़ा हुआ है। इसके बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची। गुरुवार 17 अप्रैल को बाघ को ट्रैप किया गया और इसके बाद एक्सपर्ट्स की मौजूदगी में उसे ट्रेंक्यूलाइज़ किया गया। बाघ को बेहोशी की हालत में इलाज के लिए रायपुर जंगल सफारी लाया गया है।

ITR में 6-8 टाइगर मौजूद
ITR के डिप्टी डायरेक्टर संदीप बलगा ने बताया कि, टाइगर का ITR से रेस्क्यू किया गया है। उसकी उम्र करीब 5 से 6 साल लग रही है। बाघ घायल कैसे हुआ, क्या शिकार की कोशिश थी, इन सभी एंगल से हम जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगा। आपको बता दें कि, इंद्रावती टाइगर रिजर्व में लगभग 6 से 8 बाघ की मौजूद है। पिछले सालभर में इन बाघों को ट्रैप किया गया है।

महाराष्ट्र से आते है शिकारी
ITR का क्षेत्र महाराष्ट्र से भी लगा हुआ है, जिससे यह टाइगर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और छत्तीसगढ़ के बीजापुर ITR जोन में आना-जाना करते रहते हैं।ITR क्षेत्र में महाराष्ट्र से शिकारी पहुंचते हैं। उस इलाके के स्थानीय लोगों की मदद से वे बाघ को फंसाने के लिए फंदा लगाते हैं। शिकार करते हैं। शिकार कर नाखून, खाल बेचते हैं। पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं।

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