भिलाई। बीएसपी कर्मचारियों सहित सभी सेल कर्मचारी वेज रिवीजन के नाम पर छलने के बाद आज बोनस संबंधी एनजेसीएस मीटिंग से एक सम्मानजनक बोनस पाने की आशा लगाए हुए थे, लेकिन मीटिंग बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई और एनजेसीएस नेता एक नई तारीख लेकर वापस आ रहे हैं।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि एनजेसीएस नेता एक बार फिर एक असफल एनजेसीएस मीटिंग करके अपना टीए-डीए लेकर आ रहे हैं। जब सभी कर्मचारी एक बोनस फार्मूला बनाकर उस फार्मूला के तहत ही बोनस दिए जाने की माँग कर रहे हैं,
तो फिर ये एनजेसीएस नेता क्यों कोई भी बोनस फार्मूला नहीं बनाना चाहते? जबकि पिछले वर्ष बोनस समझौते में इस वर्ष एक बोनस फार्मूला बनाने और उसके अनुसार ही बोनस दिए जाने का सेल प्रबंधन और एनजेसीएस नेताओं ने करार किया था। फिर भी नए बोनस फार्मूला पर सेल प्रबंधन और एनजेसीएस नेताओं की चुप्पी क्यों है?
बीएसपी वर्कर्स युनियन अध्यक्ष ने आगे कहा कि पिछले साल के सेल के 16039 करोड़ के लाभ के आधार पर अधिकारियों को निर्विवाद 800 करोड़ रुपये पीआरपी के रूप में मिल जाएगा, लेकिन बीएसपी कर्मचारियों को ये एनजेसीएस नेता उनका हक का बोनस नहीं दिला पा रहे है,
जबकि इन एनजेसीएस युनियनों को बीएसपी युनियन चुनाव में लगभग 90% बीएसपी कर्मचारियों का वोट मिला, लेकिन ये एनजेसीएस नेता फिर भी अपनी प्रबंधनपरस्ती में ही लगे हुए हैं और बीएसपी कर्मचारियों से दगा करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
श्री उज्जवल दत्ता ने कहा कि बीएसपी सहित सभी सेल कर्मचारियों को भी 800 करोड़ रुपये एक्सग्रेसिया (बोनस) और इंसेटिव के रूप में मिलना चाहिए। इस बार पहले एक ऐसा फार्मूला बनाया जाए जिसमें सभी कर्मचारियों को भी अधिकारियों की तरह ही कर पुर्व लाभ के 5% राशि को आधार बना कर एक्सग्रेसिया (बोनस) और इंसेटिव का भुगतान सुनिश्चित हो। इस फार्मूला में सेल को विगत वर्ष में हुए कर पुर्व लाभ, मैनपावर प्रोडक्टिविटी, उत्पादन एवं उत्पादकता, सुरक्षा प्रदर्शन को मुख्य मानक के रुप में रखा जाए।