भिलाई। शहर में रहकर ही UPSC, CGPSC समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं वो भी फ्री में…जी हां, फ्री में कोचिंग कर सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत आपको आवेदन करना होगा। यह योजना केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अनुसूचित जाति एवं ओबीसी समुदाय के लिए शुरू की गई है। जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। इस योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा युवाओं तक पहुंचाने के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। सतनाम भवन सेक्टर-6 में यह वर्कशॉप हुआ। जिसमें प्रशासनिक अधिकारी से लेकर कोचिंग फिल्ड से जुड़े लोगों ने जरूरी जानकारी दी।
बताया गया कि, इस योजना का लाभ ऐसे छात्र ले सकते हैं जिनके पैरेंट्स की सालाना आय 8 लाख रुपए से कम है। उन्हें आवेदन करना होगा। अधिक जानकारी के लिए सेक्टर-7 कल्याण कॉलेज के सामने संचालित एकलव्य आईएएस एकेडमी में संपर्क कर सकते हैं। यहां के डायरेक्टर आशीष कुमेटी को इसका जिम्मा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, आज सेमिनार की शुरुआत एनआईटी रायपुर के प्रोफेसर डॉ सूरज मुक्ति के स्पीच के साथ हुई। डॉ. मुक्ति ने बच्चों की पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स दिए। एटीट्यूड की नकारात्मकता को त्याग करने के लिए कहा।
तत्पश्चात् एकलव्य आईएएस अकादमी के डायरेक्टर आशीष कुमेटी ने अपने वक्तव्य “अगर आप गरीब पैदा हुए है तो यह आप की गलती नहीं है, लेकिन आप गरीब मरते है तो यह आपकी गलती है..!” के साथ कोचिंग योजनाओं एवं सीट आबंटन की जानकारी दी। घनश्याम सिंह एवं श्रवण साहू ने आनलाईन आवेदन फार्म भरने के तरीकों एवं बारीकियों से अवगत कराया गया। जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चे लाभान्वित हो सके।
मुख्य वन संरक्षक आईएफएस अधिकारी बी पी सिंह ने पुराने समय एवं वर्तमान समय की प्रतिस्पर्धाओं से अवगत कराया। पुराने समय में शासकीय नौकरी के लिए ज्यादा आवेदन नहीं आते थे परंतु आज के समय में महज एक दो पदों के लिए लाखों आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। न्यूनतम योग्यता वाले छोटे पदों पर हाई क्वालीफाईड आवेदन कर रहे हैं। जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए और अधिक मेहनत करने की जरूरत है।
आईएफएस 2018 बैच के अधिकारी शशि कुमार डीएफओ ने बताया कि वे लगातार यूपीएससी की परीक्षा में लगातार दो बार असफल होने के बाद भी एवं तीसरे बार अंतिम चरण साक्षात्कार में पहुंचे। साक्षात्कार में चयनित नहीं होने पर फोरेस्ट सर्विस की तैयारी की। जिसमें उन्हें सफलता मिली। बाद भी सिविल सर्विस की परीक्षा परीक्षा प्रारंभिक चरण से दोबारा तैयारी की बात कही जो कि धैर्य और निरंतरता बनाए रखने से सफल हो सकता है।
के के खेलवार आईएफएस सेवानिवृत्त वन संरक्षक रायपुर, एस डी बघेल पूर्व पीसीएस अधिकारीयों ने पीएससी एवं यूपीएससी परीक्षा में आने वाली कठिनाईयों एवं बेहतर तैयारियों के संबंध में अपने अनुभव साझा किए। आरडी देशलहरा गुरु घासीदास सेवा समिति भिलाई, चंद्रशेखर बंजारे सतनामी आश्रम कल्याण समिति दुर्ग ने बच्चों के कैरियर निर्माण को लेकर भविष्य में और बेहतर आयोजन करने की बात कही।