जहां कभी नक्सलियों ने बैंक लूटने की कोशिश की, वहीं अब खुला वित्त मंत्री का नया खाता, नक्सल प्रभावित रहे जगरगुंडा में खुला बैंक

नई दिल्ली / रायपुर। लंबे समय से नक्सल समस्या से प्रभावित रहे छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र के लोगों को भी अब बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री निवास से सुकमा के जगरगुंडा में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा का वर्चुअल शुभारंभ किया। बैंक की इस शाखा से आसपास के 12 गांव के लगभग 14 हजार ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री साय ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा, जगरगुंडा जैसे क्षेत्र में बैंक खुलना नक्सलवाद पर लोकतंत्र और विकास की जीत है। डबल इंजन की सरकार ने बस्तर को फिर से जीवंत करने का बीड़ा उठाया है, और हम हर गांव में परिवर्तन की लहर पहुंचा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के अनुरूप सभी ग्राम पंचायतों में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने का अभियान तेज़ी से चल रहा है। इसी दिशा में 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर प्रदेश की 1460 ग्राम पंचायतों में अटल पंचायत डिजिटल सेवा केंद्रों की शुरुआत की गई है, जहां ग्रामीण अब डिजिटल बैंकिंग सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार की सुरक्षा, विकास और विश्वास की रणनीति, सुरक्षा बलों के लगातार अभियान और केंद्र और राज्य सरकार के दृढ़ संकल्प से बस्तर अंचल के गांव तेजी से नक्सल समस्या से उबर कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।

वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि जब वे दंतेवाड़ा में कलेक्टर थे, तब यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित था। अंदरूनी इलाके में जाने के पहले सोचना पड़ता था। वर्ष 2001 में इस भवन में ग्रामीण बैंक की शाखा थी, जिसे नक्सलियों द्वारा लूटने का प्रयास किया गया था। आज इसी भवन में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा खुल रही है। उन्होंने खुद स्थानीय ग्रामीणों के साथ खाता खुलवाकर इस पहल को जनभागीदारी का प्रतीक बना दिया। यहां से ग्रामीणों को तेंदूपत्ता बोनस, किसान सम्मान निधि जैसी अनेक योजनाओं की राशि गांव में ही मिलेगी।

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