रायपुर। छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक खत्म हो गई है। बैठक शुरू होने से पहले तीन राज्यों में मोदी की गारंटी पर जीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह जीत मेरी नहीं, बल्कि पूरी टीम की जीत है। खबर ये भी है कि पर्यवेक्षक नियुक्त होने के बाद कल शुक्रवार को प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश सहप्रभारी नितिन नबीन और नियुक्त पर्यवेक्षक रायपुर आ सकते हैं। इसके बाद विधायक दल की बैठक होगी। इस बैठक के बाद छत्तीसगढ़ को सीएम चेहरे का इंतजार खत्म हो जाएगा।
इस मामले में बीते बुधवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच बंद कमरे में चर्चा हुई। वहीं विधानसभा में निर्वाचित हुए सांसदों ने दिल्ली पहुंचकर अपना इस्तीफा दे दिए हैं। सीएम के रेस में शामिल सांसद अरुण साव और सांसद गोमती साय ने अपना संसदीय का इस्तीफा दे दिया है। वहीं रेणुका सिंह ने गुरुवार को इस्तीफा देने की बात कही है। इस्तीफे के बाद इन नेताओं की प्रदेश में ही अहम भूमिका रहने वाली है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने चार सांसदों को मैदान में उतारा था, इनमें पत्थलगांव से गोमती साय, भरतपुर-सोहनात से रेणुका सिंह और लोरमी विधानसभा से अरुण साहू ने जीत हासिल की है। वहीं पाटन विधानसभा क्षेत्र से विजय बघेल को हर का सामना करना पड़ा। फिलहाल अरुण साव और गोमती साय ने अपने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है।
केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा मुख्यमंत्री का चेहरा
बता दें कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर आखिरी फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा। सीएम फेस के लिए छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, विष्णु देव साय, रेणुका सिंह, गोमती साय, ओपी चौधरी के नामों पर चर्चा हो रही है। जिस तरह भाजपा की नीति रही है, कुछ दूसरे बड़े नाम भी हो सकते हैं। इस पर फैसला जल्द ही होने वाला है।