एक नहीं, दो नहीं महिला के तीन प्रेमी

क्राइम डेस्क: कानपुर देहात में मंगलपुर थाना क्षेत्र के मनकापुर में 25 जुलाई को युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली। पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी व उसके तीन साथियों की गिरफ्तार कर जेल भेजा है। अवैध संबंध की जानकारी होने पर पत्नी ने चचेरे देवर व दो पूर्व प्रेमियों संग मिलकर हत्या की साजिश रची। इसके बाद बाद तीनों प्रेमियों ने मिलकर युवक की गला दबाकर हत्या कर शव फेंक दिया।
मंगलपुर थाना प्रभारी संजय गुप्ता ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए टीम लगी थी। बुधवार को वह अपराध निरीक्षक रजनीश कुमार के साथ सुबह छह बजे के करीब झींझक स्टेशन रोड तिराहा से मनकापुर निवासी गुरुचरन (38) की हत्यारोपी पत्नी पूजा, उसके चचेरे देवर गुलाब सिंह, जरिहा निवासी शिवम उर्फ ज्वाला सिंह, डेरापुर थाना क्षेत्र के फरीदपुर निटर्रा निवासी विष्णु दयाल को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पूजा ने पुलिस को बताया कि उसकी 12 साल पहले शादी हुई थी।
शादी के बाद से ही पति गुरुचरन शराब के नशे में प्रताड़ित करता था। इसके चलते उसके संबंध शिवम से बन गए। वह शिवम के साथ दो महीने तक महाराष्ट्र में रही, इसके बाद घर लौट आई। बाद में उसकी विष्णु ने नजदीकियां बढ़ीं थीं। वर्तमान में उसके संबंध देवर गुलाब से थे। इसकी जानकारी हो जाने पर गुलाब को घर के आसपास देखते ही पति गाली- गलौज कर मारपीट करता था। इस पर तीनों प्रेमियों से उसकी 25 जुलाई को गला दबाकर हत्या करवा दी। घटना से बचने के लिए शव को सड़क किनारे के खेत में डालकर ऊपर से बाइक टिका दी। इससे लोग घटना को हादसा समझें। पति के अंतिम संस्कार के बाद वह प्रेमियों के साथ चली गई।
बता दें कि 26 जुलाई की सुबह गांव के पास ही गुरुचन का शव मिला था। भाई राजकुमार ने हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगा पूजा समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी संजय गुप्ता ने बताया कि चारों हत्यारोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
गुरुचरन को निपटा दिया, अब आगे की योजना बताओ
गुरुचरन की हत्या के खुलासे में पुलिस ने दर्ज मुकदमें के बाद एक एक कड़ी मिलाई। पुलिस ने आरोपियों की काल डिटेल खंगाली। इससे पुलिस खुलासे के नजदीक पहुंच गई। थाना प्रभारी संजय गुप्ता ने बताया कि पूजा के पास एक गोपनीय सिम कार्ड था। जिसपर सिर्फ गुलाब सिंह प्रतिदिन कई कॉल करता था। घटना के करीब 12 दिन पहले से दोनों गुरुचरन की हत्या की साजिश रच रहे थे। जिसमें पूजा ने अपने दो पूर्व प्रेमियों को भी शामिल किया।
गुरुचरन को विष्णु और पूजा के संबंध नहीं मालूम थे। इसपर 25 जुलाई की शाम पांच बजे विष्णु ने गुरुचरन को शराब पीने के लिए गांव के बाहर बुलाया। गुरुचरन शाम सात बजे वहां पहुंच गया और उसके साथ शराब पीने लगा। करीब आधा घंटे के बाद शिवम व गुलाब भी वहां पहुंच गए। गुलाब के पहुंचते ही गुरुचरन गाली- गलौज करने लगा। इसपर विष्णु ने पीछे से उसका गला दबाना शुरू कर दिया। सफलता न मिलने पर शिवम व गुलाब ने गले में पड़े गमछे से गला कस कर हत्या कर दी। इसके बाद गुलाब ने पूजा को फोन कर काम पूरा होने की जानकारी दी। इसके बाद शव घटना स्थल से थोड़ी दूरी पर फेंक दिया।