राजनांदगांव में 20 डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा : अस्पताल की बिगड़ी व्यवस्था, निजी प्रैक्टिस पर प्रतिबंध लगाने से नाराज हैं डॉक्टर्स

राजनांदगांव. राज्य शासन की ओर से निजी प्रैक्टिस पर प्रतिबंध लगाए जाने से नाराज राजनांदगांव के करीब 20 डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से इस्तीफा दे दिया है. डाॅक्टरों के सामूहिक इस्तीफे से मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था बिगड़ गई है. मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में सीनियर और जूनियर डॉक्टरों के स्वीकृत पदों के विरुद्ध 30% ही डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. डॉक्टरों की कमी से जो स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए वह पहले से ही पूरी नहीं हो पा रही है. अब स्थिति और बिगड़ने लगी है.

डॉक्टराँ का कहना है कि चिकित्सा शिक्षा संचनालय के अधीन चिकित्सा पृथक श्रेणी में आते हैं इसलिए उनके संबंधित आदेश मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा नहीं होना चाहिए. चिकित्सा शिक्षा के लिए निजी प्रैक्टिस संबंधी नियम पूर्ण और प्रासंगिक है. इसे तत्काल संशोधित किया जाना चाहिए. वर्तमान में डॉक्टरों को सिर्फ अपने घर में क्लीनिक चलाने की अनुमति दी गई है, जो पूरी तरह अव्यवहारिक है. डॉक्टरों ने इस आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की है.

जल्द समाधान निकाला जाएगा : रमन सिंह
इधर राजनादगांव प्रवास पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक कर मामले का हल निकाला जाएगा. 20 डॉक्टरों के इस्तीफा देने के मामले में डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले में मैंने स्वास्थ्य मंत्री से बात की है और आगे इसका जल्द हल निकाला जाएगा, लेकिन एक साथ इतने डॉक्टर का इस्तीफा देना कहीं ना कहीं चिंता का विषय है.

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