बिलासपुर। भिक्षुक जो खुद दान मांग जीवन यापन करता है वह खुद भी कभी किसी व्यक्ति को कितना बड़ा दान दे सकता है उसे पता न था। छत्तीसगढ़ के न्यायधानी मे एक ऐसी ही घटना देखने को मिली जब एक भिक्षुक के चलते एक या दो व्यक्तियों को नहीं बल्कि कुल 4 लोगों को जीवनदान मिला। घटना बिलासपुर के अरपा नदी के रिवर व्यू की है।
अरपा नदी के तेज बहाव में आकर 4 बच्चे डूबने लगे। यह देखकर वहां लोगों की भीड़ जुट गई, लेकिन बहाव से बच्चों को बचाकर लाने की हिम्मत कोई नहीं दिखा पा रहा था। इसी बीच एक अधेड़ भिखारी आया और उसने उफनती नदी में छलांग लगा दी। फिर 20 फीट गहराई से रस्सी के सहारे बच्चों को बाहर निकाल लाया। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और बच्चों को अस्पताल भिजवाया।
जानकारी के अनुसार, तालापारा के चार लड़के आकाश दिवाकर (15), इरफान (16), आर्यन (11) और आशुतोष पटले (11) दोपहर खेलते-खेलते गोंडपारा के रिवर व्यू की तरफ चले गए। वहां नदी किनारे जाकर चारों बच्चे मछली पकड़ रहे थे। तभी नदी में तेज बहाव आया और चारों बच्चे डूबने लगे। पुल से लोगों ने बच्चों को डूबते देखा तो भीड़ लग गई। भीड़ शोर मचाती रही, पर कोई बच्चों को बचाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही अधेड़ ने लगाई छलांग
इसी दौरान वहां से रतनपुर क्षेत्र के परसौड़ी परसदा में रहने वाले रमेश कुमार सूर्यवंशी भी गुजर रहे थे। रमेश भीख मांगकर गुजारा करते हैं। बच्चों को बीच नदी में फंसे देख रमेश ने छलांग लगा दी।
वह तैरते हुए बच्चों तक पहुंचे और उन्हें रस्सी के सहारे नदी से निकालकर किनारे तक लाए। खबर मिलते ही पुलिस के साथ ही संजीवनी 108 की टीम भी वहां पहुंच गई थी। बच्चों को अस्पताल भेजा गया, जहां जांच के बाद उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया।
अधेड़ ग्रामीण की सक्रियता से टल गया बड़ा हादसा
बच्चों को नदी के बीच बहाव में फंसे देखकर आसपास के लोग घबरा गए। इसी दौरान राहगीर रमेश ने बच्चों को तेज बहाव में फंसे देखा। उसे तैरना आता था। ऐसे में बिना समय गंवाए वह सीधे नदी में कूद गए। उनकी सक्रियता से चारों लड़के सुरक्षित बाहर निकल गए।
बच्चों को सुरक्षित देख परिजनों ने ली राहत की सांस
बच्चों के नदी के बहाव में फंसने की जानकारी मिलते ही परिजन भी घबराते हुए वहां पहुंच गए थे। हालांकि, तब तक अधेड़ ने उन्हें सुरक्षित निकाल लिया था। बच्चों को सही सलामत देखकर परिजनों ने भी राहत की सांस ली।