दुर्ग। छत्तीसगढिया ओलंपिक का क्रेज न सिर्फ बच्चों और युवाओं तक सिमित है। बल्कि महिलाओं और बुजुर्गों में भी जमकर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को लेकर उत्साह है। दुर्ग नगर निगम के वार्ड क्रमांक 6 के निवासी 80 वर्ष वृद्ध महिला भवँरा चलाकर अपना हाथ आजमाते नजर आई, तो वही महिलाओं ने गिल्ली डंडा, फुगड़ी और कबड्डी जैसे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों में अधिक संख्या में शामिल हो रहीं है। प्रतिदिन खेल खेलने वालों में गजब का उत्साह दिख रहा है।

जेआरडी स्कूल में बुधवार को वार्डो के आसपास की महिलाएं भी पहुंचीं। यहां महिलाओं ने भंवरा, फुगड़ी, कबड्डी और दौड़ जैसे खेलों में भाग लिया। वहीं युवाओं और बच्चों ने गिल्ली डंडा, खोखो, लंगड़ी दौड़, बांटी, भौंरा में अपनी प्रतिभा दिखाई। महिलाओं ने इससे पहले भवँरा व कबड्डी में भी भाग लिया। स्थानीय लोगों ने 80 वर्ष वृद्ध महिला को भवँरा चलाते देख हैरान होकर उनकी जमकर तारीफ की।



इसके बाद भवँरा, कबड्डी सहित दौड़ में भी महिलाओं ने भाग लिया। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के अंतर्गत शहर में जेआरडी स्कूल के अलावा पद्मनाभपुर स्थित विवेकानंद भवन, बोरसी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और बैगापारा मिनी स्टेडियम में खेल प्रतियोगिताएं कराई जा रही है। जेआरडी स्कूल के अलावा अन्य स्थलों में भी महिलाएं खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने पहुंची। यहां बिल्लस, लंगड़ी, खोखो, रस्सी, कांची, में भी बड़ी संख्या में युवाओ, बच्चे और महिलाओं ने हाथ आजमाए।

6 जनवरी तक चलेंगी प्रतियोगिताएं
यह प्रतियोगिता 6 अक्तूबर से शुरू हुई हैं और 6 जनवरी 2023 तक चलेंगी। इनमें गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ और लंबी कूद को शामिल किया गया है। ओलंपिक में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर के आयोजन 6 अक्तूबर से 11 अक्तूबर तक हुए हैं। अब जोन स्तर के 15 से 20, विकासखंड स्तर पर 27 अक्तूबर से 10 नवंबर, जिला स्तर पर 17 से 26 नवंबर, संभाग स्तर पर 5 दिसंबर से 14 दिसंबर और राज्य स्तर पर 28 दिसंबर से 6 जनवरी तक खेला जाएगा।


