भिलाई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ ओलंपिक 2022 खेलों का क्रेज लोगों के बीच लगातार बढ़ता जा रहा है। पूरे प्रदेश में हर उम्र और हर वर्ग के लोग इस खेल में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पारंपरिक खेलो को स्कूल के एकेडमिक कैलेंडर में एक पीरियड के तौर पर शामिल करने की मांग उठी है। यह मांग जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण दुर्ग के पूर्व महामंत्री एवं प्रवक्ता ज्ञानचंद जैन ने की है। जैन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को को खत लिख इन खेलों को स्कूलों में शामिल करने का आग्रह किया हैं।

पढ़िए क्या कुछ लिखा है लेटर में;
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में आपकी सेवाओं को हम नमन करते हैं और छत्तीसगढ़ की खेल परिपाटी को यथावत बनाए रखने के लिए प्रस्तुत पत्र पर विचार करने निवेदन करते हैं। आपके द्वारा छत्तीसगढ़ कि खेल परिपाटी को जीवंत बनाए रखने के लिए आयोजित यह कार्यक्रम संपूर्ण छत्तीसगढ़ में सराहा गया है और ग्रामीण सहित शहरी क्षेत्र में भी इन खेलों को प्रोत्साहित करने की योजना पंचायत एवं शहरी विकास मंत्रालय एव संबध्द विभागों के द्वारा वृहद रूप में चलाये जाने आदेश जारी किए जावे।

मेरा आपसे आग्रह है कि इन खेलों को पहली से 12 वीं कक्षा तक पढ़ने वाले स्कूली छात्र – छात्राओं के शैक्षणिक कलेण्डर मे अनिवार्य कर छत्तीसगढ़ में इन खेलों को नया स्वरूप दिया जाना चाहिए ताकि आपके द्वारा आरंभ की गई यह योजना छत्तीसगढ़ में यथावत चलती रहे।

शिक्षा विभाग को निर्देश देकर राजीव मितान क्लबों के साथ सामंजस्य बैठाकर समय-समय पर प्रतियोगी आयोजन करने का भी निर्देश इसी पत्र में जारी किया जाना चाहिए ताकि स्वर्गीय राजीव गांधी की स्मृति को छत्तीसगढ़ में जीवंत बनाए रखा जा सके। आपके द्वारा आयोजित किया गया है छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल निश्चित रूप में पूरे देश मैं एक नए युग का सूत्रपात करेगा और अन्य राज्य सरकार ने भी इस कदम पर आगे बढ़ेगी।

जिस तरह से आपके द्वारा संचालित गोबर न्याय धन योजना पूरे देश में सराही गई है उसी तरह छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल भी पूरे देश में अपना नए स्वरूप में परिलक्षित होगा आपकी कार्यशैली ना केवल छत्तीसगढ़ अपितु देश के लिए लाभदायक है और हम आपके कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हैं।



