रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय-ED की छापेमारी के बाद पहली बड़ी कार्रवाई हुई है। ED ने चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और IAS अधिकारी समीर विश्नोई को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया।जहां ईडी की टीम ने 7 दिन की ट्रांजिट रिमांड मांगी है। IAS समीर विश्नोई को कोर्ट में पेश करने से पहले मेकाहारा में उनका मेडिकल चेकअप भी कराया गया है। उनके अलावा कारोबारी सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी की गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि, नवनीत तिवारी को भी हिरासत में लिया गया है। इन सभी पर कोयला कारोबारियों से अवैध लेनदेन और आय से अधिक संपत्ति जैसे आरोप हैं।

ईडी द्वारा गिरफ्तार आईएएस समीर विश्नोई की पत्नी ने सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात कर ईडी द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। सीएम भेंट मुलाकात कार्यक्रम से लौटे थे। समीर की पत्नी परिजनों के साथ रायपुर पुलिस लाइन के हेलीपैड पहुंची थीं। जांजगीर से लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आईएएस विश्नोई की पत्नी ने मुलाकात की और ईडी अफसरों की शिकायत की। आपको बता दें कि ईडी के अधिकारियों ने आईएएस के साथ-साथ उनकी पत्नी से भी लंबी पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद उनकी पत्नी को घर जाने की इजाजत दी गयी, जबकि समीर विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। मुख्यमंत्री से हालांकि आईएएस विश्नोई की पत्नी ने क्या कुछ बातें कहीं है, इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है।

उधर, ईडी छापे पर मुख्यमंत्री ने बयान दिया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि रमन सिंह ने कल आरोप लगाया था उसकी प्रेस विज्ञप्ति भी है। सोनिया गांधी को एटीएम कहा, उनकी प्रेस विज्ञप्ति में भी है, और दूसरा यह कहा कि ₹25 प्रति टन कोयले में कमीशन ले रहे हैं। यह दो लाइन है मैंने कहा कि प्रमाणित करिए और प्रमाणित नहीं करेंगे तो हम उनके खिलाफ कार्यवाही करेंगे। मानहानि का दावा करेंगे। इस मामले पर बोलना उन्होंने बंद कर दिया। अब वह दूसरी बात कहने लगे। तो रमन सिंह जी आप अपने बयान से बदल क्यों रहे हैं। कमीशन खोरी आप के समय में है आप खुद ने ही बयान दिया था। 1 साल तक के कमीशन मत लो फिर 30 साल तक के राज करेंगे। फिर नान घोटाले की डायरी में नाम लिखा, सीएम साहब सीएम मैडम और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष को कोर्ट भेजें।


