क्या दुर्ग में अफसरों ने जान बूझकर अटका दिया है काम?…तभी तो टेंडर के बावजूद शुरू नहीं हुआ काम, विधायक वोरा के पास पहुंचे लोगों ने की अफसरों की शिकायत, वोरा भी भड़कें

दुर्ग। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद से ही विधायक अरुण वोरा के लगातार प्रयासों से शहर में विभिन्न विकास कार्यों के लिए करोड़ों रु की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई।

शहरी क्षेत्र में चल रहे बड़े विकास कार्यों के अतिरिक्त नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत वार्डों के आंतरिक विकास के लिए भी अधोसंरचना मद के अंतर्गत 7 करोड़ एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा अनुरूप प्रत्येक वार्ड में 8 लाख के आधार पर 4.6 करोड़ के कार्य हेतु निगम द्वारा निविदा की गई है।

किंतु प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी ज्यादातर कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हो सके हैं। अधिकारियों की उदासीनता एवं ठेका एजेंसी की ढिलाई की शिकायत विधायक अरुण वोरा तक पहुंची है।

गौरतलब है कि अक्टूबर महीने में विधायक वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल ने लगभग सभी 60 वार्डों में 7 करोड़ के कार्यों के लिए मैराथन भूमिपूजन किया था ठेकेदारों को कार्यादेश भी जारी कर दिया गया किन्तु लगातार मॉनिटरिंग के आभाव में अब तक कार्य प्रारंभ नहीं हुए हैं।

विभिन्न वार्ड के लोगों की लगातार शिकायत मिलने पर वोरा ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि शासन द्वारा राशि मिलने के बाद भी समय पर जनहित के कार्य निष्पादित नहीं करवाना दुर्भाग्यपूर्ण है। अधिकारी धरातल पर उतरकर वार्डों में पहुँचे आम जन को सरकार की घोषणाओं का समय पर लाभ दिलाएं एवं सड़क, नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं में कहीं कोई ढिलाई ना बरतें।

उन्होंने इस आशय से कलेक्टर से हस्तक्षेप कर कड़े विभागीय निर्देश जारी करने को कहा है। वोरा ने कहा कि शासन द्वारा लगातार राशि जारी करवाई जा रही है किंतु निश्चित प्रक्रिया को पूर्ण करने में निगम अधिकारियों को और अधिक इच्छाशक्ति दिखाने एवं जमीनी स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है।

जनता ढीले ढाले कार्यप्रणाली से आक्रोशित है जहां जहां भी भूमिपूजन किया गया है एवं निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है तत्काल कार्य प्रारंभ करवाया जाए। मुख्यमंत्री द्वारा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम की भी घोषणा की गई है जिसके लिए अब तक कार्यवाही आगे नहीं बढ़ी है। उन्होंने कलेक्टर से नगर निगम की विभागीय समीक्षा करने आग्रह किया।